ओडिशा में 50 हजार बच्चों ने एक साथ गाया वंदे मातरम्

इनेसिएटिव फॉर मॉरल एंड कल्चरल ट्रे¨नग (आइएमसीटी) फाउंडेशन की ओर से राजधानी भुवनेश्वर स्थित ओयूएटी मैदान में सामूहिक वंदे मातरम गान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Dec 2018 04:23 PM (IST) Updated:Wed, 12 Dec 2018 04:23 PM (IST)
ओडिशा में 50 हजार बच्चों ने एक साथ गाया वंदे मातरम्
ओडिशा में 50 हजार बच्चों ने एक साथ गाया वंदे मातरम्

जासं, भुवनेश्वर : इनेसिएटिव फॉर मॉरल एंड कल्चरल ट्रे¨नग (आइएमसीटी) फाउंडेशन की ओर से बुधवार को राजधानी भुवनेश्वर स्थित ओयूएटी मैदान में सामूहिक वंदे मातरम् गान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नगर के विभिन्न स्कूलों के लगभग 50 हजार बच्चों ने परमवीर चक्र विजेता एवं कारगिल युद्ध के महानायक मेजर जनरल सूबेदार योगेंद्र ¨सह यादव के साथ वंदे मातरम् का गान किया। भारत माता के जयकारे एवं वंदे मातरम् गान से पूरी राजधानी गुंजायमान हो उठी।

इस मौके पर मेजर जनरल सूबेदार योगेंद्र सिंह ने बच्चों से सीधा संवाद कर वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध की विजय गाथा सुनाकर उनमें देश प्रेम का जज्बा भरा। यादव से कारगिल युद्ध की गाथा सुन रहे लगभग 50 हजार बच्चे, अध्यापक, उपस्थित अतिथि एवं अन्य लोगों के आंखों से आंसू छलक पड़े और बच्चों के साथ लोगों ने भारत माता के जयकारे लगाते हुए देश के इस सच्चे सपूत वीर जवान के प्रति आभार प्रकट किया। मेजर जनरल ने बताया कि किस प्रकार से उनकी टीम ने कारगिल की चोटी पर भारतीय तिरंगा फहराया और परिस्थिति विपरीत होने के बावजूद अपनी सरहद की सुरक्षा के लिए एक-दो नहीं बल्कि कई गोलियां लगने के बावजूद जवान सीमा पर डटे रहे और दुश्मन पाकिस्तान की फौज को खदेड़ दिया।

मेजर जनरल ने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके ओहदे से नहीं बल्कि उसके कर्म से होती है। इसके लिए उन्होंने अपना ही उदाहरण दिया और बच्चों से ईमानदारी से अपना कर्म करने, देश के प्रति वफादार रहने तथा माता-पिता व गुरुजनों की सेवा व सम्मान करने को प्रेरित किया। मेजर जनरल ने कहा कि भारतीय सेना के जवान अपने खून के एक-एक कतरे को देश के लिए कुर्बान करने के लिए सदैव तैयार रहते है। कर्मवीर को कोई रोक नहीं सकता है। भारत माता की सुरक्षा व स्वच्छता को बनाए रखना हम सबका कर्तव्य होना चाहिए। परमवीर चक्र विजेता ने कहा कि देश के बच्चे यदि अपने माता-पिता व गुरुजनों की सेवा करते हैं, सम्मान करते हैं तो सरहद पर खड़े हम जवानों को ताकत मिलती है।

इस अवसर पर आइएमसीटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि मेजर जनरल को उस समय युद्ध में एक-दो नहीं बल्कि 17 गोली लगी थी फिर भी देश की अखंडता के लिए सीमा पर डटे रहे, ऐसे वीर जवान को हम सब मिलकर सम्मान करते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि जब ऐसे वीर जवान देश की सरहद की रखवाली कर रहे हैं तो फिर किसी भी देश की हिम्मत नहीं है की हमारी तरफ आंख उठा सके। मगर हमें अपने देश के अंदर बैठे गद्दारों को पहचानना होगा। भारत के अंदर रहकर देश के टुकड़े होने का नारा लगाने वालों के प्रति धिक्कार है। यही कारण है कि आइएमसीटी की ओर से हर साल बच्चों के मन में देश प्रेम एवं देश भक्ति का भाव जाग्रत करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर डॉ. विमलेंदु महांती, देव प्रसाद मिश्र आदि ने भी अपने विचार रखे।

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