कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ओडिशा सरकार का नया कदम, जिलाधीशों को दिया ये निर्देश
Coronavirus in Odisha ओडिशा में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने कमेटी बनाकर जिलाधीशों को खास निर्देश दिया है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा में सामूहिक संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार ने तत्काल वार्ड स्तरीय कमेटी बनाकर कोविड संक्रमण पर नजर रखने के लिए जिलाधीशों को निर्देश दिया है। इसके साथ ही जागरूकता कार्यक्रम को भी व्यापक करने के साथ कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जिलाधीश को अपनी-अपनी रणनीति बनाने के लिए भी सरकार की तरफ से सलाह दी गई है।
मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने प्रदेश के सभी जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा करते हुए यह निर्देश दिया है। मुख्य सचिव ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जून महीना सबसे महत्वपूर्ण है। देश के विभिन्न राज्य से लगभग साढ़े चार लाख प्रवासी प्रदेश में आ चुके हैं। इसमें से अधिकांश सरकारी क्वारंटाइन में रहने के बाद होम क्वारंटाइन में है। इनके ऊपर पैनी नजर रखने की जरूरत है।
ऐसे में जिलाधीश वार्ड स्तर पर कमेटी बनाकर गोष्ठी सर्विलांस व्यवस्था को सख्त करने के लिए मुख्य सचिव ने सलाह दी है। मुख्य सचिव ने कहा है कि लोगों की सक्रिय भागीदारी से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। क्वारंटाइन नियम में किसी भी प्रकार की ढिलाही ना देने के लिए भी मुख्य सचिव ने निर्देश जारी किया है। लोगों के आजीविका के लिए नियम में थोड़ी सहूलियत बढ़ती जा रही है ऐसे में लोग किस प्रकार से शारिरिक दुराव का अनुपालन करें उस पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है।
विकास कमिश्नर सुरेश महापात्र ने प्रत्येक जिले को अपने अपने हिसाब से कोरोना को नियंत्रण करने के लिए अपनी रणनीति तैयार करने की सलाह दी है। वयस्क लोगों एवं अस्वस्थ लोगों की सुरक्षा के लिए जिलाधीशों से व्यापक जागरूकता कार्यक्रम करने की सलाह दी है।
पुलिस डीजी अभय ने सभी पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है कि मास्क पहने, 11 जिला में शनिवार एवं रविवार को शट डाउन, रात का कर्फ्यू, विवाह एवं अंतिम क्रिया में शारिरिक दुराव का अनुपालन तथा जिन जगहों पर लोग ज्यादा संख्या में जमा होते हैं वहां पर विशेष ध्यान दिया जाए। बिना कारण घर से बाहर आने वाले लोगों के ऊपर पैनी नजर रखी जाए।
उसी तरह से विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना जिलाधीशों को एसओपी के अनुसार अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र तथा क्वारंटाइन केंद्र का गुणात्मक संचालन करने को निर्देश दिया है। जो लोग सरकारी क्वारंटाइन की अवधि समाप्त कर बाहर निकल रहे हैं उन्हें डिस्चार्ज सर्टिफिकेट तुरंत दिया जाए ताकि उन्हें समाज में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।