Raimohan Parida Passes Away: ओडिआ अभिनेता राइमोहन परिड़ा नहीं रहे

Raimohan Parida Passes Away ओडिआ अभिनेता राइमोहन परिड़ा का भुवनेश्वर मंचेश्वर स्थित प्राची विहार के घर पर पुलिस ने पंखे से लटकते हुए शव बरामद किया है। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Jun 2022 03:19 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jun 2022 03:19 PM (IST)
Raimohan Parida Passes Away: ओडिआ अभिनेता राइमोहन परिड़ा नहीं रहे
ओडिआ अभिनेता राइमोहन परिड़ा नहीं रहे। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिआ अभिनेता राइमोहन परिड़ा का शुक्रवार को निधन हो गया है। भुवनेश्वर मंचेश्वर स्थित प्राची विहार के घर पर उनका पंखे से लटकते हुए शव बरामद किया गया है। अभिनेता के आत्महत्या करने की बात कही जा रही है। अचानक अभिनेता ने क्यों इस तरह का कदम उठाया है, वह स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को जब्त करने के साथ ही घटना की छानबीन शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भुवनेश्वर कैपिटल अस्पताल में भेज दिया गया है। अभिनेता राईमोहन परिड़ा का जन्म 1963 में हुआ था। उनका घर मयूरभंज जिले के उदला में है। करंजिया कालेज में वह पढाई खत्म करने के बाद भुवनेश्वर आ गए थे। उन्होंने उत्कल संगीत महाविद्यालय में नाम लिखाकर यहां पर नाटक विभाग शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद अभिनय की दुनिया में कदम रखा। राईमोहन की पत्नी व दो बेटी हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है। राईमोहन प्राची विहार के घर में पत्नी व छोटी बेटी के साथ रहते थे।

राईमोहन परिड़ा 90 ओडिआ फिल्मों में काम किया है। साथ ही 15 बांग्ला फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने  40 से अधिक नाटकों में अभिनय किया है। उन्होंने नेगेटिव करेक्टर में अपनी एक अलग छवि बना ली है। उनके कई ऐसे डायलाग थे, जिसे दर्शक विभिन्न कार्यक्रम में बार-बार सुनना पसंद करते थे। उनका एक प्रसिद्ध डायलाग है ए अनानी। अभिनेता राईमोहन ने 1985 अभिनय के कैरियर शुरू किया था। 1987 में सागर फिल्म में पहले निगेटिव कैरियर में अभिनय किया। सतमिच्छ, रामलक्ष्ण, आसिबु केबे साजि मो राणी, नाग पंचमी, दे मां शक्ति दे, जय श्रीराम, तू थिले मो डर काहाकू, रणभूमि जैसी कई फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया है।

अभिनय के लिए उन्हें कई अनुष्ठानों ने सम्मानित भी किया है। राईमोहन परिड़ा के इस कदम पर अभिनेता सिद्धांत महापात्र ने कहा कि राईमोहन बहुत संघर्ष कर काफी ऊपर पहुंच गए थे। फिल्म के साथ जात्रा की दुनिया में कदम रखने के बाद से वह कई सफलता अपने नाम की थी। मानसिक तौर पर वह बहुत ही मजबूत थे, क्यों उन्होंने ऐसा कदम उठाया यह समझ में नहीं आ रहा है।

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