साल के आखिरी सप्ताह में सियासी सरगर्म रहेगा ओडिशा

अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव की सरगर्मी महसूस होने लगी है। दिसंबर का आखिरी सप्ताह सूबे में सियासी तौर पर काफी सरगर्म रहने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Dec 2018 07:32 AM (IST) Updated:Tue, 18 Dec 2018 07:32 AM (IST)
साल के आखिरी सप्ताह में सियासी सरगर्म रहेगा ओडिशा
साल के आखिरी सप्ताह में सियासी सरगर्म रहेगा ओडिशा

शेषनाथ राय, भुवनेश्वर : अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव की सरगर्मी महसूस होने लगी है। दिसंबर में बढ़ती ठंड के बीच अंतिम सप्ताह सियासी गतिविधियों का केंद्र ओडिशा रहेगा।

24 दिसंबर को जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं तो इसके दो दिन बाद 26 दिसंबर को बीजू जनता दल (बीजद) अपने स्थापना दिवस समारोह के जरिए शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है। इसी दिन कांग्रेस की तरफ से राज्य सरकार की विफलता को मुद्दा बनाते हुए काला दिवस मनाने की भी जोरशोर से तैयारी चल रही है। इसके दो दिन बाद 28 को कांग्रेस की ओर से प्रतिष्ठा दिवस का आयोजन किया जाना है। वहीं महीने के अंतिम सप्ताह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के भी ओडिशा दौरे पर आने की खबर है। इस दौरान कई राजनेताओं के दल बदलने की भी सुबगुबाहट तेज होने से साल का आखिरी सप्ताह सियासी नजरिए काफी सरगर्म रहने की संभावना है। 24 को प्रधानमंत्री का आगमन, 26 को बीजद का प्रतिष्ठा दिवस, उसी दिन कांग्रेस का काला दिवस एवं 28 को कांग्रेस प्रतिष्ठा दिवस समारोह होने से राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में यहां राजनीतिक उथल-पुथल भी दिखाई दे सकती है। ऐसी चर्चा है कि कई नेता दल बदल कर अपनी नई पारी का आगाज करने वाले हैं।

लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक सकते हैं मोदी : हाल ही में पांच राज्यों में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा झटका खाने के बाद प्रधानमंत्री ओडिशा आ रहे हैं। सरकारी कार्यक्रम के साथ भाजपा की जनसभा को भी वे संबोधित करेंगे। राज्य भाजपा की तरफ से वरुणेई पहाड़ में यह जनसभा रखी गई है, जहां पर बड़ी संख्या में लोगों के उमड़ने का अनुमान किया जा रहा है। पीएम की इस सभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान समेत राज्य के पार्टी नेता जीजान से जुटे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि आगामी आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह के फोकस में ओडिशा है और पीएम इस दौरे में जनसभा के जरिए 2019 चुनाव का बिगुल फूंक सकते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने पिछले दौरे में भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए नवीन सरकार पर हमला बोला था। हालांकि अब भाजपा तीन राज्यों में पराजय झेल चुकी है। ऐसे में प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर विपक्षी दलों में सियासी बेचैनी देखी जा रही है।

बीजू जनता दल ने प्रतिष्ठा दिवस की तैयारियों पर लगाया जोर

प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए बीजू जनता दल सतर्क हो गया है। बीजद ने अपने स्थापना दिवस समारोह को जिला परिषद जोन से लेकर ब्लॉक एवं चुनाव क्षेत्र स्तर तक मनाने की तैयारी शुरू कर दी है। पंचायत स्तर पर दल के नेता एवं कार्यकर्ताओं को शामिल करने का खाका खींचा गया है। माना जा रहा है कि स्थापना दिवस समारोह के जरिए दल प्रमुख नवीन पटनायक 2019 आम चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं से बड़ा आहवान कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह साफ नजर आ रहा है कि मिशन 2019 के लिए सभी पाíटयां माहौल बनाने में जुट गई हैं।

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