ओडिशा की बिजली वितरक कंपनी साउथको व वेस्को अब टाटा के हाथ में

ओडिशा में बिजली वितरक कंपनी साउथको एवं वेस्को अब टाटा के हाथ में चली गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 05:21 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 05:21 AM (IST)
ओडिशा की बिजली वितरक कंपनी साउथको व वेस्को अब टाटा के हाथ में
ओडिशा की बिजली वितरक कंपनी साउथको व वेस्को अब टाटा के हाथ में

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : ओडिशा में बिजली वितरक कंपनी साउथको एवं वेस्को अब टाटा के हाथ में चली गई हैं। टाटा कंपनी ने इन दोनों कंपनियों से 25 साल के लिए अनुबंध किया है। हालांकि बिक्री के मुताबिक दोनों कंपनी के सभी कर्मचारी टीपीसीएल के अधीन काम करेंगे। किसी भी कर्मचारी को वर्तमान समय में नौकरी से नहीं हटाया जाएगा। टीपीसीएल 5 साल में वेस्को का 300 करोड़ रुपये बकाया वसूल करेगी। साउथको का भी 100 करोड़ रुपये बकाया वसूल करने के लिए टीपीसीएल ने करार किया है।

आनलाइन में महाप्रभु के निर्माल्य प्रसाद बिक्री को लेकर केस दर्ज : महाप्रभु श्रीजगन्नाथ जी के निर्माल्य प्रसाद आनलाइन बिक्री को लेकर श्रीक्षेत्र थाम पुरी स्थित सिंहद्वार पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है। आनलाइन वेबसाइट आमेजन पर महाप्रभु के निर्माल्य प्रसाद को गैरकानूनी ढंग से ज्यादा दर पर बेचने का आरोप है। आमेजन ने जेनेरिक पुरी निर्माल्य महाप्रसाद के नाम पर निर्माल्य की बिक्री कर रहा है। शंभूनाथ खुंटिया नामक भक्त ने आनलाइन महाप्रसाद बिक्री को अनैतिक दर्शाते हुए इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि श्रीमंदिर प्रशासन की अनुमति के बगैर आमेजन यह आनलाइन बिक्री को जारी रखे हुए है। उनका आरोप है कि महाप्रभु के निर्माल्य प्रसाद को मात्र 10 रुपये में भक्तों के लिए बेचा जाता है जबकि आमेजन इसे 129 से लेकर 499 रुपये में बेच रही है। ऐसा करना श्रीजगन्नाथ भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। महाप्रभु के निर्माल्य प्रसाद बिक्री करने का अधिकार केवल सुआर सेवायतों को हासिल है। अत: आमेजन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

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