ओडिशा पर फिर मंडराया तूफान का खतरा, सात जिलों में हाई अलर्ट

दक्षिण चीन से उठा पाबुक चक्रवाती तूफान ओडिशा की ओर बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से सात जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

By BabitaEdited By: Publish:Fri, 04 Jan 2019 02:56 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jan 2019 02:56 PM (IST)
ओडिशा पर फिर मंडराया तूफान का खतरा, सात जिलों में हाई अलर्ट
ओडिशा पर फिर मंडराया तूफान का खतरा, सात जिलों में हाई अलर्ट

भुवनेश्वर, जेएनएन।  ओडिशा पर एक और चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण चीन से उठा पाबुक चक्रवाती तूफान अंडमान होते हुए ओडिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके चलते प्रदेश के सात जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है। इन सात जिलों में बालेश्वर, भदरक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, पुरी, गंजम और खुर्दा जिला शामिल हैं। इन जिलों में स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है। मछुवारों अगले दो दिन तक गहरे समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है।

प्रदेश के आपदा प्रबंधन की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक, चक्रवात पाबुक 3 जनवरी 2019 को दक्षिण पूर्व पोर्ट ब्लेयर से तकरीबन 1500 किलोमीटर दूरी पर था। यह तूफान 6 जनवरी की शाम को अंडमान द्वीप को पार करके ओडिशा की ओर आ सकता है। यहां से होते हुआ यह चक्रवात 7-8 जनवरी को म्यांमार की ओर जा सकता है जहां यह कमजोर पड़ जाएगा। इस दौरान उपरोक्त जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने की सम्भावना है।

गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर महीने में ओडिशा में आए चक्रवाती तूफान तितली ने भारी तबाही मचाई थी। इस तूफान में 57 लोगों की मौत हो गई थी। मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ ने राज्य में जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया था। इस तूफान में 57,131 घर तबाह हो गए थे जबकि करीबन 2200 करोड़ के नुकसान होने का आंकलन किया गया था। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 17 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान तितली द्वारा प्रभावित हुए मृतकों के रिश्तेदारों के लिए अनुदान राशि 4 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दी थी। राज्य में हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री पटनायक ने 18 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और राहत व बहाली के काम के लिए 1,000 करोड़ रुपए की अंतरिम सहायता प्रदान करने का आग्रह किया था। अब एक बार फिर पाबुक तूफान के आने की संभावना से राज्य के लोग सहमे हुए हैं।

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