फणि प्रभावितों की मदद को आगे आई बीकानेर परिषद
चक्रवात फणि के गुजरने के 10 दिन बाद भी प्रभावित जिलों में जिंदगी अभी पटरी पर नहीं लौट पायी है।
जासं, भुवनेश्वर : चक्रवात फणि के गुजरने के 10 दिन बाद भी प्रभावित जिलों में जिंदगी अभी पटरी पर नहीं लौट पायी है। फणि ने सबसे ज्यादा तबाही राज्य के पुरी जिला मे मचायी है। यहां लोग मौलिक सुविधाओं के लिए आज भी जूझ रहे हैं। ऐसे में बीकानेर जिला नागरिक परिषद ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है। परिषद की तरफ से पुरी जिला के फणि प्रभावितों की मदद करने को रविवार को राजधानी भुवनेश्वर से एक ट्रक राहत सामग्री भेजी गई। स्थानीय रसूलगढ़ स्थित श्रीमार्बल से परिषद के तमाम पदाधिकारी राहत सामग्री भरे ट्रक के साथ रविवार को पुरी के लिए निकले तथा पुरी जिला के ब्रह्मागिरी ब्लॉक अंतर्गत रामपुर एवं आसपास के गावों में जाकर प्रभावितों के बीच इसका वितरण किया। राहत सामग्री में तिरपाल, चटाई, बेडशीट, बाल्टी, जग, ओआरएस पैकेट, मिल्क पाउडर पैकेट, गमछा, चादर, माचिस, सोलार लाइट, हाथ पंखा, मच्छरदानी, बिस्कुट आदि सामग्री प्रभावितों को प्रदान किया। इसमें मुख्य रूप से परिषद के संरक्षक लालचंद मोहता, अध्यक्ष शुभकरण भूरा, मंत्री नवरतन बोथरा, वरिष्ठ सदस्य प्रकाश भूरा, घनश्याम पेड़ीवाल, विष्णु नारायण मल, दाऊलाल करनानी, जय सदानी, नीरज लालानी, मनोज मूंदड़ा, कृष्णकांत बिनानी, समता बोथरा, रमा सदानी प्रमुख शामिल रहे। परिषद के संरक्षक लालचंद मोहता ने बताया कि चक्रवात फणि का सबसे अधिक प्रभाव पुरी जिला में हुआ है। ऐसे में सदैव समाज सेवा के लिए अग्रसर रहने वाली बीकानेर जिला नागरिक परिषद, भुवनेश्वर के सदस्यों ने पुरी के प्रभावितों की मदद करने के लिए सहयोग का हाथ बढ़ाया है। मंत्री नवरतन बोथरा ने कहा कि चक्रवात से प्रभावित लोगों के लिए हमारी यह सेवा निरंतर जारी रहेगी। हर क्षेत्र में हमारी टीम पहुंचेगी और जरूरतमंद लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएगी। बीकानेर जिला नागरिक परिषद के इस प्रयास की सरकार से लेकर प्रशासन तक सभी ने सराहना करते हुए अन्य स्वयंसेवी संगठनों को आगे आने के लिए लोगों से अनुरोध किया है।
हर संभव मदद करने को तैयार है परिषद
परिषद के पदाधिकारियों ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि यह आपदा राज्य में आए 1999 चक्रवाती तूफान के समान है। काफी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। सरकार एवं प्रशासन के प्रयास के कारण लोगों की जिदगी को बचाया जा सका है। बावजूद इसके काफी मात्रा में लोगों की संपत्ति नष्ट हुई है। लोगों को घर उजड़ गए हैं। प्रशासन के प्रयास के साथ बीकानेर जिला नागरिक परिषद लोगों की मदद करने का निर्णय लिया है। परिषद आगे भी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।