चक्रवाती तूफान फनी ने दी ओडिशा में दस्तक, बारिश शुरू

ओडिशा की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहे चक्रवाती तूफान फनी ने राज्य में दस्तक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 May 2019 06:01 PM (IST) Updated:Sun, 05 May 2019 06:35 AM (IST)
चक्रवाती तूफान फनी ने दी ओडिशा में दस्तक, बारिश शुरू
चक्रवाती तूफान फनी ने दी ओडिशा में दस्तक, बारिश शुरू

जासं, भुवनेश्वर : ओडिशा की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहे चक्रवाती तूफान 'फनी' ने राज्य में दस्तक दे दी है। चक्रवाती तूफान फनी के प्रभाव से राज्य के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। गजपति, गंजाम, जगतसिंहपुर, पुरी, कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर आदि जगहों पर तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 किमी. की रफ्तार से आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान फनी शुक्रवार की शाम करीब 5:30 बजे पुरी में लैंडफॉल करने का अनुमान है। इस दौरान प्रभावित जिलों में 180 से 190 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलेगी जबकि पुरी में 200 से 205 किमी. की रफ्तार से हवा चलेगी। गुरुवार को अपराह्न दो बजे के आसपास फनी पुरी से 360 किलोमीटर की दूरी पर था। विशेषज्ञों का अनुमान है जब वह स्थल भाग से टकराएगा तब हवा की गति 200 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाएगी।

ट्रेन व बसों से सुरक्षित शहर से भेजे गए पर्यटक

प्रमुख तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ पर्यटन के लिए प्रसिद्ध पुरी शहर के पास चक्रवाती तूफान 'फनी' के लैंडफॉल को देखते हुए पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों को शहर छोड़ने की अपील की गई है। रेलवे ने 3 स्वतंत्र ट्रेनों की व्यवस्था कर पुरी से कोलकाता हावड़ा के लिए रवाना होने वाली इन ट्रेनों का ठहराव खुर्दा, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुररोड, भद्रक, बालेश्वर एवं खड़गपुर में देते हुए पहली ट्रेन दोपहर 12 बजे पुरी से शालीमार के लिए रवाना की। दूसरी ट्रेन अपराह्न 3 बजे तथा तीसरी ट्रेन अपराह्न 5 बजे पुरी से खुली। इसके अलावा पुरी आए पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों को विशेष बसों के जरिए उनके गंतब्य के लिए रवाना किया गया।

छुटटी पर आइपीएस अधिकारी वापस बुलाये गए

राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने सभी आइपीएस अधिकारियों की छुट्टी को रद कर दिया है। जो अधिकारी छुट्टी पर हैं उन्हें तुरंत ड्यूटी ज्वाइन करने को निर्देश दिया है। इसके अलावा 24 घंटे पुलिस कंट्रोल रूम खोलने समेत हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

आइपीएस अधिकारी करेंगे निगरानी

- एडीजी संतोष कुमार उपाध्याय जाजपुर

-एडीजी प्राणबिंदु आचार्य जगतसिंहपुर

-एडीजी विनयतोष मिश्र भद्रक

-एडीजी आरपी कोचे खुर्दा

-आइजी सौमेंद्र प्रियदर्शी पुरी

-आइजी अरुण बोथरा केंद्रपाड़ा

-आइजी अमिताभ ठाकुर गंजाम

-आइजी घनश्याम उपाध्याय नयागढ़

-डीआइजी अमितेंद्र नाथ सिन्हा बालेश्वर

-डीआइजी निखिल कुमार कानोडिया कटक

-डीआइजी शफीन अहमद मयूरभंज

हटायी गई चुनाव आचार संहिता विधि

चक्रवाती तूफान 'फनी' के चलते राज्य के 11 जिलों में चुनाव आयोग की अनुमति के बाद आदर्श चुनाव आचार संहिता विधि को हटा दिया गया है। इन जिलों में मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, कटक, केंद्रपाड़ा जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, गंजाम एवं गजपति जिला शामिल है। इन जिलों में चक्रवाती तूफान को देखते हुए राहत सामग्री तथा बचाव कार्य को त्वरित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। सरकारी अधिकारी बिना किसी रुकावट के राहत एवं बचाव कार्य को कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नई दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात कर तूफान से प्रभावित होने वाले संभावित 11 जिलों से चुनाव आचार संहिता विधि हटाने के लिए अनुरोध किया था।

प्रभावित जिलों में होगी घनघोर बारिश

चक्रवाती तूफान 'फनी' के प्रभाव से गजपति, गंजाम, जगतसिंहपुर, पुरी, कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर आदि जगहों पर तेज हवा के साथ शुरू है। शुक्रवार को पुरी, खुर्दा, कटक, ढेंकानाल, जगतसिंहपुर, भद्रक, बालेश्वर, जाजपुर, मयूरभंज जिला में भारी से भारी बारिश होने की चेतावनी मौसम विभाग की तरफ से जारी गई है।

उड़ गई नीलचक्र की पताका

संभावित चक्रवाती तूफान फनी को देखते हुए श्रीमंदिर प्रशासन, पुरी द्वारा जगन्नाथ मंदिर की ध्वजा छोटी 5 हाथ का किए जाने के बावजूद पताका के उड़ जाने से महाप्रभु के भक्त इसे अशुभ संकेत मान रहे हैं। बुधवार शाम के समय श्रीमंदिर के नीलचक्र की पताका हवा में उड़ गई थी। हालांकि श्रीमंदिर के सेवकों का कहना है कि पताका उड़ना कोई नई बात नहीं है। तेज हवा चलने से पताका उड़ जाती है। इसे अशुभ के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। मंदिर प्रशासन का कहना है कि 1 मई से 5 मई तक नीलचक्र में छोटी ध्वजा ही फहराए जाने का निर्णय लिया गया है। जरूरत पड़ने पर ध्वजा को नीलचक्र में न फरहाते हुए नीलचक्र से बांध देने की हिदायत दी गई है। तूफान के पुरी जिले के बालुखंड इलाके में लैंडफॉल करने की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

बालेश्वर में खाली कराए गए दर्जनों गांव

चक्रवाती तूफान 'फनी' से निपटने के लिए बालेश्वर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। जिलाधीश रमेश राउत ने बताया कि चक्रवात के प्रभाव से भारी बारिश व तूफान के मद्देनजर जिला के भोगराई, बालियापाल, सदर, रेमणा और बाहानगा ब्लॉक से करीब 58700 लोगों को वहां से हटा दिया गया है। इन लोगों को नजदीक के स्थानीय शिविर में रखा गया है, जहां पर इनके लिए पका हुआ भोजन करीब तीन दिन आगामी 5 मई तक देने की व्यवस्था की गई है। वहीं बालेश्वर ट्रालर एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र बिहारी दास ने बताया कि राज्य के दूसरे सबसे बड़े मछली पकड़ने के केंद्र, बलरामगढ़ी में करीब 600 ट्रालर व 300 मोटर चालित नौकाएं हैं। सभी को तटों के किनारे सुरक्षित खड़ा कर दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है, जिसका सभी पालन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 15 अप्रैल से 15 जून तक दो महीने के लिए समुद्र में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध रहता है। इससे सभी ट्रालर व नौकाएं समुद्र के तट पर खड़ी कर दी जाती है।

सहमे लोग, जरूरत की सामग्री खरीदी

चक्रवाती तूफान फनी के ओडिशा की ओर बढ़ने से प्रभावित जिलों के लोग सहम गए हैं। जिला प्रशासन की पहल पर हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ-साथ उनके रहने-खाने की समुचित व्यवस्था की गई है। लेकिन शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोग भी चक्रवात फनी को लेकर सहमे हुए हैं। गुरुवार को शहर में बड़ी संख्या में लोग जरूरत के मुताबिक रोजमर्रा का सामान खरीदने में लगे रहे। इससे तमाम घरेलू सामान की कीमतों में एकाएक उछाल आ गया है। हालांकि जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुभाष नियाल ने बताया कि बालेश्वर में हवा का प्रभाव ज्यादा नहीं रहेगा मगर भारी बारिश होने की संभावना है।

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