मंत्री नव दास की हत्या के मंशा से ही ASI ने चलाई थी गोली, FIR में इंस्पेक्टर ने बताया आंखों देखा हाल

Naba Das Murder ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या के मामले में पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बताया कि आरोपी सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास का मंत्री को मारने का स्पष्ट इरादा था।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 31 Jan 2023 02:41 PM (IST) Updated:Tue, 31 Jan 2023 02:41 PM (IST)
मंत्री नव दास की हत्या के मंशा से ही ASI ने चलाई थी गोली, FIR में इंस्पेक्टर ने बताया आंखों देखा हाल
पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बताया कि आरोपित (एएसआई) गोपाल दास का मंत्री को मारने का ''स्पष्ट इरादा'' था।

भुवनेश्वर, पीटीआई। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या के मामले में पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बताया कि आरोपी सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास का मंत्री को मारने का स्पष्ट इरादा था। यह बात ब्रजराजनगर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक (आईआईसी) प्रद्युम्न कुमार स्वैन ने दर्ज शिकायत में कही, जो उस समय मौजूद थे जब एएसआई ने 60 वर्षीय मंत्री पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे रविवार को इलाज के दौरान कुछ घंटों के बाद उनकी मौत हो गई।

इंस्पेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने सुनाई आंखों देखी

IIC प्रद्युम्न कुमार स्वैन ने ब्रजराजनगर पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत में बताया कि वारदात वाले दिन कार्यक्रम के मौके पर ट्रैफिक क्लीयरेंस ड्यूटी के लिए तैनात गांधी चौक पुलिस चौकी के एएसआई गोपाल दास मंत्री के करीब आए और उन पर निशाना साधते हुए अपनी सर्विस पिस्टल से गोली चला दी। उन्होंने बताया कि आरोपित एएसआई ने मंत्री की हत्या करने के इरादे से उनपर गोली चलाई।

उन्होंन आगे बताया कि दोपहर लगभग 12.15 बजे मंत्री नव किशोर दास की कार इमारत के पास रुकी और वह दरवाजा खोलकर कार से नीचे उतर गए। इस बीच एएसआई दास अचानक मंत्री के करीब आया और अपनी सर्विस पिस्टल से बहुत करीब से फायरिंग कर दी। स्वैन ने बताया कि गोली मंत्री के सीने में लगी और वह गिर पड़े। आईआईसी ने कहा कि मंत्री के शरीर पर गोली के घाव से काफी खून बह रहा था।

ASI की एक गोली इंस्पेक्टर की उंगली पर लगी

आईआईसी स्वेन ने कहा, "धक्का और खींचने के दौरान एएसआई ने अपनी 9 एमएम पिस्तौल से दो और गोलियां चलाईं। उसकी दूसरी गोली से मुझे अपनी अनामिका उंगली पर चोट लगी।" IIC ने प्राथमिकी में बताया कि मंत्री के अलावा कालीनगर के जीबनलाल नायक रिंटू नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी चोट लगी है। कुछ संघर्ष के बाद स्वैन और कांस्टेबल प्रधान ने आरोपी दास को काबू में किया और उससे हथियार छीन लिया।

वहीं भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने मंत्री की हत्या को लेकर कई सवाल उठाए और इसके पीछे एक षड्यंत्र की आशंका जाहिर की। ओडिशा के पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह ने कहा कि मंत्री की हत्या गहरी साजिश का हिस्सा है, जिसकी निष्पक्ष जांच की जरूरत है। यह आश्चर्य की बात है कि पर्याप्त पुलिसकर्मी क्यों नहीं थे। ट्रैफिक क्लीयरेंस में लगे एएसआई दास मंत्री के इतने करीब कैसे आ गए।

विपक्षी नेताओं ने की CBI जांच की मांग

भाजपा के नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्रा ने कहा कि उन्हें एक साजिश का संदेह है क्योंकि आरोपी एएसआई को मंत्री की सुरक्षा में तैनात करने से एक दिन पहले ही पिस्तौल जारी की गई थी। मिश्रा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री की हत्या के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए। वहीं, कालाहांडी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद बसंत पांडा ने कहा कि वह ओडिशा के मंत्री की हत्या का मामला संसद में उठाएंगे।

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