Odisha: पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र के निधन के बाद उनके दोनों बेटों की भी कोरोना से मौत

Odisha ओडिशा में पहले पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई हारी फिर उनके एकादशाह में मझौले पुत्र और द्वादशाह में बड़े बेटे को करोना ने लील लिया। उनके सबसे छोटे पुत्र की दो साल पहले दुर्घटना में मौत हो चुकी थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 09:01 PM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 09:01 PM (IST)
Odisha: पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र के निधन के बाद उनके दोनों बेटों की भी कोरोना से मौत
ओडिशा में पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र के निधन के बाद उनके दोनों बेटों की भी कोरोना से मौत। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Odisha: विश्व प्रसिद्ध कोणार्क जैसी उन्नत शिल्प कला को दुबारा पत्थरों पर उकेरने की अभिलाषा रखने वाले प्रख्यात शिल्पकार पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र के परिवार पर कोरोना का प्रसार ऐसा पड़ा कि महज बारह दिन में परिवार में तीन मौत हो गई। पहले रघुनाथ महापात्र ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई हारी फिर उनके एकादशाह में मझौले पुत्र और द्वादशाह में बड़े बेटे को करोना ने लील लिया। उनके सबसे छोटे पुत्र की दो साल पहले दुर्घटना में मौत हो चुकी थी। गत नौ मई को राज्य सभा सांसद पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र का 78 साल की उम्र में निधन हो गया था। वे भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में करोना का इलाज करवा रहे थे। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें 22 अप्रैल को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला गया और उनके शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।

पुरी जिले के गिरल नामक गांव में 24 मार्च 1943 को जन्म लेने वाले रघुनाथ महापात्र ने राज्य में कई प्रमुख कलाकृतियों को जीवन्त रूप प्रदान किया। उनके मन में कोणार्क सूर्य मंदिर जैसा मंदिर बनाने की ख्वाहिश थी, लेकिन वास्तव रूप नहीं ले पाई। पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य पाल, मुख्यमंत्री से लेकर क्या आम क्या खास सभी ने शोक व्यक्त किया था। रघुनाथ महापात्र के एकादशाह के दिन उनके सुपुत्र तथा पूर्व रणजी खिलाड़ी प्रशांत महापात्र की 19 मई को 48 साल की उम्र में सुबह कोरोना से मौत हो गई । प्रशांत महापात्र कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती थे। प्रशांत महापात्र 90 के दशक में ओडिशा की तरफ से रणजी खेलते थे, वे सधे हुए ओपनर थे।

एम्स सूत्रों से पता चला कि हाल ही में प्रशांत महापात्र की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और वे स्वास्थ्य लाभ कर रहे थे। मगर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। प्रशांत की मौत के अगले दिन रघुनाथ महापात्र के बड़े बेटे 52 वर्षीय यशवंत महापात्र की गुरुवार को कोरोना से मौत हो गई । यशवन्त महापात्र को गंभीर हालत में सम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने भरसक प्रयास किया, मगर यशवंत महापात्र को बचाया नहीं जा सका । इस तरह करोना ने परिवार में पहले पिता को लील लिया और फिर दो पुत्र करोना के शिकार हो गए। 

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