अमेरिकी राजदूत ने चीन और जापान को दी नसीहत

अमेरिकी राजदूत ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन और जापान को विवादास्पद पूर्वी चीन सागर में गंभीर अनपेक्षित परिणामों से बचने के लिए तनाव कम करना चाहिए। हाल में ही चीन में अमेरिकी राजदूत पद से इस्तीफा देने वाले गैरी लॉक ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष आपसी तल्खी कम कर कूटनीति पर ध्यान केंद्रित करें। साथ

By Edited By: Publish:Thu, 27 Feb 2014 06:55 PM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2014 06:55 PM (IST)
अमेरिकी राजदूत ने चीन और जापान को दी नसीहत

बीजिंग। अमेरिकी राजदूत ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन और जापान को विवादास्पद पूर्वी चीन सागर में गंभीर अनपेक्षित परिणामों से बचने के लिए तनाव कम करना चाहिए।

हाल में ही चीन में अमेरिकी राजदूत पद से इस्तीफा देने वाले गैरी लॉक ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्ष आपसी तल्खी कम कर कूटनीति पर ध्यान केंद्रित करें। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका ने पूर्वी चीन सागर में एक निर्जन द्वीप समूह को लेकर 2012 में उपजे क्षेत्रीय विवाद पर किसी का पक्ष नहीं लिया है। दरअसल द्वितीय विश्व युद्ध के पहले जापान ने चीन के कुछ भाग पर कब्जा कर लिया था। ये चीन के लिए अब भी कड़वाहट भरा है। एशिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के बीच वाकयुद्ध जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी द्वारा गत 26 दिसंबर को द्वितीय विश्व युद्ध के विवादास्पद स्मारक यासुकुनी का दौरा किए जाने के बाद शुरू हुआ। यहां पर युद्ध में मारे गए लोगों के साथ युद्ध अपराधी ठहराए गए जापानी नेताओं का सम्मान किया जाता है, जिसका चीन कड़ा विरोध करता है। जहां तक चीन और अमेरिका की बात है तो दक्षिण और पूर्वी चीन सागर सहित कई क्षेत्रीय मसलों पर उनके बीच कूटनीतिक मतभेद है।

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