दो भारतीय शांतिरक्षकों को मरणोपरांत यूएन मेडल

संयुक्त राष्ट्र में संबंधित देशों के स्थायी प्रतिनिधि मेडल प्राप्त करेंगे। इस सम्मान की स्थापना साल 2000 में संयुक्त राष्ट्र के दूसरे महासचिव डैग हैमारस्जोल्ड की स्मृति में की गई थी।

By Manish NegiEdited By: Publish:Sun, 21 May 2017 06:37 PM (IST) Updated:Sun, 21 May 2017 06:37 PM (IST)
दो भारतीय शांतिरक्षकों को मरणोपरांत यूएन मेडल
दो भारतीय शांतिरक्षकों को मरणोपरांत यूएन मेडल

संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। दो भारतीय समेत 117 शांतिरक्षकों को मरणोपरांत संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित मेडल से सम्मानित किया जाएगा। यह मेडल कर्तव्य के निर्वहन के दौरान साहस और बलिदान के लिए दिया जाता है।

राइफलमैन बृजेश थापा और रवि कुमार को 24 मई को अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस पर डैग हैमारस्जोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा। थापा कांगो और कुमार लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में तैनात थे। इनके साथ 115 अन्य सैनिकों को भी यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र में संबंधित देशों के स्थायी प्रतिनिधि मेडल प्राप्त करेंगे। इस सम्मान की स्थापना साल 2000 में संयुक्त राष्ट्र के दूसरे महासचिव डैग हैमारस्जोल्ड की स्मृति में की गई थी। उनकी 1961 में विमान हादसे में मौत हो गई थी। पिछले छह दशक से संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में भारत का बड़ा योगदान रहा है। संयुक्त राष्ट्र के बैनर तले अब तक 168 भारतीय सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इस समय अफगानिस्तान, कांगो हैती, लेबनान, लाइबेरिया, मध्य पूर्व, दक्षिण सूडान और पश्चिम सहारा में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में 7600 से अधिक भारतीय सैन्य और पुलिस जवान तैनात हैं।

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