मोहम्‍मद साहब का विवादित कार्टून छापने पर दो पत्रकारों को दो वर्ष की सजा

तुर्की की एक कोर्ट ने मोहम्मद साहब का विवादित कार्ट्रन छापने के आरोप में दो वर्ष की सजा सुनाई है। इन दोनों पत्रकारों ने इस फैसले के खिलाफ हायर कोर्ट में अपील करने की बात की है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 28 Apr 2016 04:49 PM (IST) Updated:Thu, 28 Apr 2016 08:06 PM (IST)
मोहम्‍मद साहब का विवादित कार्टून छापने पर दो पत्रकारों को दो वर्ष की सजा

अंकारा (एएफपी)। तुर्की की एक अदालत नेे अपने यहां के दो जाने-माने पत्रकारों को अपने कॉलम में विवादित मोहम्मद साहब का कार्टून छापने के आरोप में दो वर्ष की सजा सुनाई है। यह कॉलम फ्रांस की सटायर विकली मैगजीन शार्ली अब्दो में छपा था। शार्ली अब्दो में छपे विवादित कॉलम को पुलआउट समेत स्थानीय अखबार कमहुर्रियत ने तुर्की भाषा ट्रांसलेट कर छापा था। हालांकि इस एडिशन में शार्ली अब्दो के पहले पन्ने को छापा नहीं गया था जिस पर जबरदस्त वर्ष 2015 में जबरदस्त विवाद हुआ था। इन दोनों पत्रकारों का नाम हिकमेट सेंटिनकाया और सेयडा करन बताया गया है। इन दोनों पत्रकारों के वकील ने इस फैसले के खिलाफ में उच्च अदालत में अपील करने की बात की है।

सजा के बाद दोनों पत्रकारों ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि यह प्रेस की आजादी पर आघात है।करन और सेंटिनकाया को पिछले वर्ष गिरफ्तार किया गया था। उनके ऊपर कॉलम में विवादित फोटो छापकर धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।

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