रासायनिक हमले वाले इलाकों में सेना ने फिर बोला धावा

सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के ताजा आरोपों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय सन्न है। पूर्वी दमिश्क के घौटा व अन्य इलाकों पर जहरीली गैस हमला मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद [यूएनएससी] ने सीरिया से स्पष्टीकरण मांगा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस घटना पर हैरानी जताई है। कहा कि इस खबर से वह गहरे सदमे में हैं। इस बीच राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक सेना के जंगी विमानों ने राजधानी दमिश्क के घौटा व निकटवर्ती क्षेत्रों में गुरुवार को फिर बम बरसाया। इसी इलाके में बुधवार तड़के रासायनिक हमला करने का आरोप असद की सेना पर लगा है।

By Edited By: Publish:Thu, 22 Aug 2013 09:23 PM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2013 10:39 PM (IST)
रासायनिक हमले वाले इलाकों में सेना ने फिर बोला धावा

संयुक्त राष्ट्र। सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के ताजा आरोपों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय सन्न है। पूर्वी दमिश्क के घौटा व अन्य इलाकों पर जहरीली गैस हमला मामले को गंभीरता से लेते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद [यूएनएससी] ने सीरिया से स्पष्टीकरण मांगा है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस घटना पर हैरानी जताई है। कहा कि इस खबर से वह गहरे सदमे में हैं। इस बीच, राष्ट्रपति बशर अल असद समर्थक सेना के जंगी विमानों ने राजधानी दमिश्क के घौटा व निकटवर्ती क्षेत्रों में गुरुवार को फिर बम बरसाया। इसी इलाके में बुधवार तड़के रासायनिक हमला करने का आरोप असद की सेना पर लगा है।

जहरीली गैस हमला मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई। इसमें सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष मारिया क्रिस्टीना ने कहा, 'मैं यह कह सकती हूं कि आरोपों को लेकर परिषद के सदस्यों में गहरी चिंता है। वहां क्या हुआ वह पूरी तरह स्पष्ट होना चाहिए।' इस मौके पर मून ने कहा कि रासायनिक हथियारों का किसी भी हालात में इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन है। जबकि सीरियाई विपक्षी गठबंधन संयुक्त राष्ट्र की इस पहल से खुश नहीं नजर आ रहा है। गठबंधन का कहना है कि स्पष्टीकरण मांगने से काम नहीं चलेगा। संयुक्त राष्ट्र को इस मामले की जांच अपने विशेषज्ञ दल से करानी चाहिए। इन दिनों संयुक्त राष्ट्र की रासायनिक हथियार विशेषज्ञ जांच दल सीरिया में ही है।

इस बीच इन घटनाक्रमों से बेपरवाह सीरियाई सेना ने रासायनिक हमले के शिकार घौटा व समीपवर्ती क्षेत्रों पर गुरुवार को फिर धावा बोला। उसके जंगी विमानों ने घौटा समेत ऐन तारमा, जमाल्का और जोबार कस्बों में भारी बमबारी की। बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क के इन्हीं इलाकों में असद सेना पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाए गए थे। विद्रोही गुट का दावा है कि रासायनिक हमले में 1300 से अधिक लोग मारे गए।

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