अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद अरब देशों ने कतर के खिलाफ उठाया ये कदम

सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र पांच जून से कतर का बहिष्कार कर रहे हैं। इसके चलते राजनयिक संकट गहराया हुआ है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 26 Jul 2017 09:51 AM (IST) Updated:Wed, 26 Jul 2017 09:51 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद अरब देशों ने कतर के खिलाफ उठाया ये कदम
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद अरब देशों ने कतर के खिलाफ उठाया ये कदम

रियाद, एजेंसी। आतंकवाद के मसले पर कतर से संबंध तोड़ने के बाद सऊदी अरब और सहयोगी देशों ने अब एक आतंकी सूची जारी की है। इसमें आतंकी समूहों से संबंध रखने के संदेह में 18 संगठनों और लोगों को शामिल किया गया है। दावा किया गया है कि इनका ताल्लुक कतर से है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने यह कदम अमेरिका के सहयोगी देश कतर के साथ समझौता करने के अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद उठाया।

सऊदी प्रेस एजेंसी पर जारी संयुक्त बयान के अनुसार, चारों देशों ने नौ चैरिटी व मीडिया संगठनों और नौ लोगों को काली सूची में डाला है। आतंकी के तौर पर इनका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कतर के अधिकारियों से जुड़ाव है। बयान में कहा गया, 'हम उम्मीद करते हैं कि कतर आतंकी समूहों और लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए कदम उठाएगा।'

सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र पांच जून से कतर का बहिष्कार कर रहे हैं। इसके चलते राजनयिक संकट गहराया हुआ है। इन देशों ने कतर से लगती सीमाओं को सील कर दिया है और अपने नागरिकों को देश छोड़ने को कहा है। उन्होंने कतर के विमानों और जहाजों के लिए अपने जल और वायु क्षेत्रों को भी बंद कर दिया है। उन्होंने कतर से मांग की है कि वह काली सूची में डाले गए मुस्लिम ब्रदरहुड से अपने संबंध तोड़े।

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