इतालवी नौसैनिकों को मृत्युदंड न देने के लिए बढ़ा दबाव

ब्रसेल्स। दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी इतालवी नौसैनिकों को मौत की सजा न देने के लिए यूरोपीय संघ ने भारत पर दबाव बढ़ा दिया है। यूरोपीय संघ ने कहा है कि नौसैनिकों को मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए और कोई भी फैसला भारत के साथ संबंधों पर असर डाल सकता है। इटली के एक शीर्ष सांसद ने तो यहां तक धमकी दे डाली कि यदि नौसैनिकों को मृत्युदंड की सजा दी गई तो उनका देश इसे युद्धक कार्रवाई के रूप में देखेगा।

By Edited By: Publish:Thu, 30 Jan 2014 09:25 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jan 2014 09:28 PM (IST)
इतालवी नौसैनिकों को मृत्युदंड न देने के लिए बढ़ा दबाव

ब्रसेल्स। दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी इतालवी नौसैनिकों को मौत की सजा न देने के लिए यूरोपीय संघ ने भारत पर दबाव बढ़ा दिया है। यूरोपीय संघ ने कहा है कि नौसैनिकों को मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए और कोई भी फैसला भारत के साथ संबंधों पर असर डाल सकता है। इटली के एक शीर्ष सांसद ने तो यहां तक धमकी दे डाली कि यदि नौसैनिकों को मृत्युदंड की सजा दी गई तो उनका देश इसे युद्धक कार्रवाई के रूप में देखेगा।

गौरतलब है कि इटली के जहाज एनारिका लेक्सी पर सवार नौसैनिक मैसीमिलैनो लातोरे और सल्वाटोर गिरोन पर केरल के समुद्र तट पर 15 फरवरी, 2012 को गोली मारकर दो मछुआरों की हत्या का आरोप है। दिल्ली स्थित इतालवी दूतावास में कैद दोनों नौसैनिक मुकदमा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जोस मैनुएल ड्यूरो बारोसो और इतालवी प्रधानमंत्री एनरिको लेंट्टा की बैठक में नौसैनिकों का मुद्दा उठा। बैठक के बाद बारोसो ने कहा, हम इतालवी अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं। यूरोपीय संघ की इस मामले पर करीबी निगाह रखे है। भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझीदार, 28 सदस्यों वाले यूरोपीय संघ ने नौसैनिकों को मौत की सजा नहीं दिए जाने का समर्थन किया है। यूरोपीय संघ किसी भी परिस्थितियों और सभी मामलों में मौत की सजा देने का विरोध करता है। इस मामले में किसी भी फैसले का पूरे यूरोपीय संघ के साथ संबंधों पर असर पड़ सकता है।'

दूसरी तरफ, इटली के विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष फैब्रिजियो सिकछिंट्टो ने कहा, 'यदि मृत्युदंड दिया जाता है तो यह इटली पर हमला होगा।'

इतालवी नौसैनिकों के खिलाफ आरोपपत्र जल्द

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