मंदिरों का जीर्णोद्धार चाहते हैं पाकिस्तानी ¨हदू

पाकिस्तान में ¨हदू समुदाय के लोगों की चाहत है कि जर्जर हो चुके उनके मंदिरों की सरकार मरम्मत कराए। एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई है। डॉन ऑनलाइन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पंजाब प्रांत के

By Edited By: Publish:Sun, 17 Aug 2014 06:36 PM (IST) Updated:Sun, 17 Aug 2014 06:59 PM (IST)
मंदिरों का जीर्णोद्धार चाहते हैं पाकिस्तानी ¨हदू

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में ¨हदू समुदाय के लोगों की चाहत है कि जर्जर हो चुके उनके मंदिरों की सरकार मरम्मत कराए। एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई है।

डॉन ऑनलाइन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पंजाब प्रांत के बहावलपुर शहर में ¨हदू समुदाय के प्रतिनिधियों द्वारा आयोजित एक समारोह में शनिवार को यह मांग उठाई गई। उन्होंने कहा कि अधिकारी उनके पूजा स्थलों का जीर्णोद्धार कराएं ताकि बिना परेशानी के वे मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकें। उन्होंने यह भी मांग उठाई कि ¨हदू कोटा प्रणाली के अनुसार उनके बच्चों को उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला दिया जाए और

¨हदू श्मशान भूमि की चारदीवारी कराई जाए। पाकिस्तान की कुल आबादी में 1.6 फीसद ¨हदू हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में ज्यादातर ¨हदू मंदिरों की स्थिति ठीक नहीं है। यहां कई मंदिरों को तोड़ डाला गया या मरम्मत के अभाव में ढह रहे हैं। इन्हीं में एक पंजाब के चकवाल जिला में स्थित ऐतिहासिक कटास राज मंदिर है। इसकी स्थापना नौवीं से ग्यारहवीं सदी के बीच हुई है। इस इलाके में बहुत से मंदिर बने हुए हैं जिन्हें सतघरा कहा जाता है। इनमें से कई जर्जर स्थिति में हैं। माना जाता है कि पांडवों ने सतघरा के मंदिरों का निर्माण कराया था। लाहौर के प्रसिद्ध शीतला मंदिर से दुर्लभ मूर्तियां लूट ली गई। कुछ पुरातत्व विभाग के कब्जे में हैं। लाहौर में ही दूधवाली माता मंदिर का केवल गर्भगृह शेष है। जबकि मुल्तान का प्रह्लाद मंदिर गिरा दिया गया।

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