अमेरिकी ड्रोन हमले पर तनातनी, पाक ने बताया संप्रभुता पर खतरा

अमेरिकी ड्रोन हमलों पर पाकिस्तान ने गहरी नाराजगी जताई है। पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि ड्रोन हमले पाक संप्रभुता के लिए चुनौती है।

By Lalit RaiEdited By: Publish:Mon, 23 May 2016 12:31 PM (IST) Updated:Mon, 23 May 2016 01:18 PM (IST)
अमेरिकी ड्रोन हमले पर तनातनी, पाक ने बताया संप्रभुता पर खतरा

इस्लामाबाद(आरटी)। कुख्यात आतंकी संगठन तालिबान से जुड़े मुल्ला मंसूर की मौत पर पाकिस्तान ने अमेरिका की जमकर खिंचाई की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि बिना इजाजत अमेरिकी कार्रवाई को वो पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला मानते हैं। अमेरिका ने ड्रोन हमले में पाकिस्तान और अफगान सीमा के पास मुल्ला मंसूर को मार गिराया था।

कंधार विमान हाइजैक से भी जुड़े थे मुल्ला के तार

पाक विदेश मंत्रालय के मुताबिक मुल्ला मंसूर को मारे जाने के बाद ये अमेरिका मे पीएम और आर्मी चीफ को जानकारी दी थी। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी का कहना है कि तालिबान आतंकी को मारे जाने के पहले पाकिस्तान को जानकारी दे दी गई थी हालांकि समय का जिक्र नहीं किया गया था। केरी ने कहा कि मुल्ला मंसूर अफगानी और अमेरिकी नागरिकों के लिए खतरा बन चुका था। उसके खिलाफ की गई कार्रवाई पूरी तरह से उचित है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति ओबामा के निर्देश के बाद मुल्ला को मारने के लिए कई ड्रोन विमानों का इस्तेमाल किया गया था।

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में जारी शांति प्रक्रिया को बेपटरी करने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। पाक विदेश मंत्रालय का कहना है कि शांति स्थापित करने के लिए बातचीत ही मात्र एक विकल्प है। लिहाजा ड्रोन हमलों का औचित्य नहीं है। पाक ने कहा कि मुल्ला मंसूर के मारे जाने से ठीक एक दिन पहले इस्लामाबाद में आयोजित शांति प्रक्रिया की बैठक में अफगानिस्तान, चीन और यूएस शामिल हुए थे। पिछले साल मुल्ला मोहम्मद उमर की मौत के बाद मुल्ला मंसूर को तालिबान की जिम्मेदारी दी गयी थी।

मध्य पूर्व के देशों के विरोध के बाद भी अमेरिका आतंकियों के सफाए के लिए ड्रोन ऑपरेशन को अंजाम दे रहा है। पाक नेता पहले अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक्स का समर्थन करते रहे हैं। लेकिन अब उनका कहना है कि बड़ी संख्या में इन हमलों से शांति प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।

प्रमुख विपक्षी नेता इमरान खान ने कहा कि इन हमलों से पाकिस्तान की स्थिरता भी प्रभावित हो रहे हैं। अमेरिकी ड्रोन हमलों के विरोध में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागिरक रैलियों में शामिल होते हैं। लंदन स्थिति ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म के मुताबिक अंमेरिकन ड्रोन स्ट्राइक में पाकिस्तान में अकेेले 2400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जिनमें से महज 84 लोग आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस तथ्य को स्वीकार किया था कि खुफिया जानकारियों की कई दफा जांच के बाद भी निर्दोष लोगों की जान चली जाती है।

मुल्ला मंसूर ही जारी करता था मुल्ला उमर के नाम का संदेश

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