दक्षेस में नमो-नवाज के मिले हाथ

दक्षेस शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया। दोनों नेताओं ने बुधवार को एक-दूसरे के प्रति जिस तरह का ठंडा रवैया अपनाया, उसके बाद से हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि आज उनका रुख कैसा रहेगा?

By Sudhir JhaEdited By: Publish:Thu, 27 Nov 2014 08:40 AM (IST) Updated:Fri, 28 Nov 2014 08:01 AM (IST)
दक्षेस में नमो-नवाज के मिले हाथ

काठमांडू । दक्षेस शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया। दोनों नेताओं ने बुधवार को एक-दूसरे के प्रति जिस तरह का ठंडा रवैया अपनाया, उसके बाद से हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि आज उनका रुख कैसा रहेगा? लेकिन आखिरी वक्त पर मोदी की पहल ने माहौल बदल दिया। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे शिष्टाचार भेंट बताते हुए कहा कि इसका कोई दूसरा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।

काठमांडू से 30 किलोमीटर दूर धुलीखेल में गुरुवार को नेपाली प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने जैसे ही सत्र की समाप्ति की घोषणा की मोदी दाहिनी तरफ मुड़े और भूटान के प्रधानमंत्री त्से¨रग तोबगे से हाथ मिलाकर बात करने लगे। इसके बाद उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी से हाथ मिलाया।

इस दौरान नवाज शरीफ दूसरी तरफ नेपाल के एक मंत्री के साथ बातचीत में मशगूल थे। सुशील कोइराला, मोदी और शरीफ के बीच में खड़े थे। इतने में मोदी आगे बढ़े और कोइराला से बात करने लगे। फिर वे शरीफ की तरफ बढ़ गए। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और पुराने मित्रों की तरह हंस-हंसकर बात करने लगे। दोनों नेताओं को इस तरह मिलते देख वहां मौजूद दक्षेस देशों के राजनयिक और वरिष्ठ अधिकारी ताली बजाने लगे। कोइराला भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। इससे पहले रिट्रीट सत्र में भी दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया था। सम्मेलन के अगले आयोजक के नाते शरीफ के धन्यवाद प्रस्ताव का भी मोदी ने तालियों से स्वागत किया था।

दक्षेस को मिली ऊर्जा

मोदी और शरीफ की भेंट से शिखर सम्मेलन में ऊर्जा का संचार हुआ। नेपाली प्रधानमंत्री कोइराला ने भी इस मुलाकात को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिखर सम्मेलन की कई उपलब्धियां रहीं। मोदी और शरीफ जिस तरह से पहले दिन खिंचे-खिंचे से रहे, उससे सम्मेलन की सफलता को लेकर सवाल उठने लगे थे। आखिर में आशावादी माहौल में सम्मेलन संपन्न हुआ।

मोदी ने कहा, थैंक्यू काठमांडू

तीन दिनों की नेपाल यात्रा के बाद मोदी नई दिल्ली लौट गए। यात्रा की समाप्ति पर उन्होंने कहा, थैंक्यू काठमांडू। नेपाल यात्रा के दौरान दक्षेस सम्मेलन के अलावा द्विपक्षीय मसलों पर भी वार्ता की।


गदगद हुए पाक पत्रकार

इस मौके पर मोदी ने पाकिस्तानी पत्रकारों से भी हाथ मिलाया। मोदी को पाकिस्तानी पत्रकारों ने घेर लिया और चिल्लाने लगे, क्या हम आपसे हाथ मिला सकते हैं? वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को रोकने की कोशिश की, लेकिन मोदी ने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए उनसे हाथ मिलाया। मोदी से हाथ मिलाकर पत्रकार गदगद नजर आ रहे थे। एक पत्रकार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मीडिया फ्रेंडली हैं और उन्हें पता है कि खबरों में कैसे रहा जाता है। वे मुझसे मिले और मेरा हालचाल पूछा। एक अन्य पत्रकार ने मोदी को मजबूत प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि उन्हें अपनी ताकत का इस्तेमाल भारत-पाक के संबंधों को बेहतर बनाने के लिए करना चाहिए।

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