हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के पीछे लश्कर
अमेरिका ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में पिछले माह भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा [एलईटी] का हाथ था।
वाशिंगटन। अमेरिका ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में पिछले माह भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा [एलईटी] का हाथ था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एलईटी और उसके सहयोगी आतंकी संगठनों व उसके नेताओं पर और प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि गत 23 मई को हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए एलईटी ही जिम्मेदार है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के तीन दिन पहले हेरात में यह हमला हुआ था। उसका मकसद था सार्क देशों के प्रतिनिधियों को मोदी के बुलाने के कार्यक्रम में विफल करना था।
ज्ञातव्य है कि मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सहित सार्क देशों के सत्ता प्रमुखों को 26 मई को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था। शपथ ग्रहण की पूर्व संध्या पर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी एक भारतीय समाचार चैनल से कहा था कि इस आतंकी हमले के लिए एलईटी ही जिम्मेदार है।