मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ सुनवाई में शामिल नहीं होगा विपक्ष

कोलंबो। श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी ने देश की पहली महिला जज शिरानी भंडारनायके के खिलाफ महाभियोग को लेकर गुरुवार को होने वाली अदालत की सुनवाई का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

By Edited By: Publish:Wed, 02 Jan 2013 06:34 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jan 2013 06:35 PM (IST)
मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ सुनवाई में शामिल नहीं होगा विपक्ष

कोलंबो। श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी ने देश की पहली महिला जज शिरानी भंडारनायके के खिलाफ महाभियोग को लेकर गुरुवार को होने वाली अदालत की सुनवाई का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

यूनाइटेड नेशनल पार्टी [यूएनपी] के महासचिव तीसा अटानायके ने कहा,'हम गुरुवार को अदालत की सुनवाई में शामिल नहीं होंगे। हमारे नेता इस बारे में विशेष बयान जारी करेंगे।' श्रीलंका की अपीलीय अदालत ने गत 21 दिसंबर को भंडारनायके के खिलाफ 11 सदस्यीय संसदीय समिति की ओर से लाए गए महाभियोग पर रोक लगा दी थी। अदालत ने संसद के स्पीकर और संसदीय समिति के सदस्यों को जारी नोटिस में तीन जनवरी को अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया है। साथ ही पूछा था किमामले की सुनवाई होने तक मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ कार्यवाही पर क्यों न रोक लगा दी जाए। अदालत ने यह कदम भंडारनायके की ओर से महाभियोग को निरस्त करने के लिए 19 दिसंबर को दाखिल याचिका पर उठाया था। यूएनपी के दो सदस्य समेत विपक्षी दल के चार सदस्यों ने शिरानी के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई कर रहे संसदीय पैनल से खुद को पहले ही अलग कर लिया था। उन्होंने सुनवाई को अनुचित और पक्षपातपूर्ण बताया था। सूत्रों के मुताबिक तमिल नेशनल एलांयस के सदस्य सुनवाई में शामिल होंगे। एक अन्य विपक्षी सदस्य भी सुनवाई में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। श्रीलंका में सत्तारूढ़ यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम एलायंस के सांसदों की ओर से लाए गए महाभियोग में भंडारनायके के खिलाफ शामिल 14 में से तीन आरोपों को संसदीय समिति ने सही पाया था। इन तीन मामलों में वित्तीय अनियमितता, संपत्ति की घोषणा नहीं करने और एक निवेशक कंपनी के प्रकरण में दिलचस्पी दिखाना शामिल है।

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