UN की चेतावनी के बाद मोसुल में रुका आतंक के खिलाफ लड़ाई अभियान

इस्लामिक स्टेट समूह से मोसुल को मुक्त कराने के लिए सात महीने से बड़े पैमाने पर लड़ाई अभियान जारी है।

By Srishti VermaEdited By: Publish:Tue, 30 May 2017 11:37 AM (IST) Updated:Tue, 30 May 2017 04:49 PM (IST)
UN की चेतावनी के बाद मोसुल में रुका आतंक के खिलाफ लड़ाई अभियान
UN की चेतावनी के बाद मोसुल में रुका आतंक के खिलाफ लड़ाई अभियान

मोसुल, एएफपी। युद्ध के आखिरी चरण में नागरिकों के लिए गंभीर खतरे को देखते हुए ईरानी सैन्य बलों ने मोसुल के जिहादी क्षेत्रों के खिलाफ आक्रामक हमले को रोकने का निर्णय लिया। इस्लामिक स्टेट समूह से मोसुल को मुक्त कराने के लिए सात महीने से बड़े पैमाने पर लड़ाई अभियान जारी है। ज्वाइंट ऑपरेशन कमांडर प्रवक्ता याह्या रसूल ने सोमवार को बताया कि हमारी सेना आतंक प्रभावित इलाकों अल साहा उला, अल जिंजिली और अल शिफा के पड़ोस में प्रवेश कर चुकी है।

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि, आइएस समूह इराकी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक पदार्थ से भरे वाहनों और आत्मघाती लोगों का इस्तेमाल कर रहा था। इसी कड़ी में बगदाद में एक आइसक्रीम शॉप के पास रात में हुए एक आत्मघाती हमले में करीब आठ लोग मारे गए और 30 लोग घायल हो गए। यह आत्मघाती हमला रमजान के उन पवित्र दिनों में किया गया जब इराक़ी मुस्लिम अक्सर अपने रोजा के उपवास तोड़ने के बाद देर से खरीदारी या लोगों से मिलने जुलने के लिए बाहर होते थे। संयुक्त संचालन कमांडर ने सोमवार को कहा कि इराकी विमान ने मोसुल के निवासियों को आईएस प्रभावित क्षेत्रों को छोड़ने का निवेदन किया है। ऐसा पिछले एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी समन्वयक, लीसे ग्रांडे ने बताया, "पिछले कई हफ्तों में, 1,60,000 नागरिक पलायन कर चुके हैं, और हमारी उम्मीद है कि, इस सरकारी आदेश के बाद आने वाले दिनों में इनकी संख्या और भी बढ़ सकती है।" इसके अलावा, मोसुल में शुरुआत में ही 7,60,000 नागरिक पलायन कर चुके हैं और अब हम 2,00,000 और लोगों के पलायन की उम्मीद कर रहे हैं। जो पलायन कर चुके हैं उनमें 1,50,000 लोग अपने घर वापस हो चुके हैं जबकि 6,00,000 लोगों को विस्थापित कर दिया गया है।  

उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मोसुल आतंक प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 1,80,000 से 2,00,000 नागरिक आतंक प्रभावित क्षेत्रों में हैं। इनमें से अधिकतर लोग पुराने शहर में रहते हैं। जहां सटे हुए बिल्डिंग्स और तंग गलियां हैं। यहां नागरिकों की सुरक्षा के लिए इराकी सैनिक बलों को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 

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