दक्षिण चीन सागर पर फ्रेमवर्क को समर्थन देंगे आसियान, बीजिंग

विवादित दक्षिण चीन सागर पर कोड ऑफ कंडक्‍ट के लिए तैयार किए गए फ्रेमवर्क को चीन व आसियान देश अपना समर्थन देंगे।

By Monika minalEdited By: Publish:Tue, 01 Aug 2017 03:00 PM (IST) Updated:Tue, 01 Aug 2017 03:00 PM (IST)
दक्षिण चीन सागर पर फ्रेमवर्क को समर्थन देंगे आसियान, बीजिंग
दक्षिण चीन सागर पर फ्रेमवर्क को समर्थन देंगे आसियान, बीजिंग

मनीला (आइएएनएस)। दक्षिण चीन सागर विवाद पर कोड ऑफ कंडक्‍ट (सीओसी) के लिए नए फ्रेमवर्क समझौते पर आसियान और बीजिंग रविवार को हस्‍ताक्षर करेंगे। मंगलवार को फिलिपींस के विदेश मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी।

फिलीपींस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रोब्‍सपायरे बोलिवर ने बताया, भारत को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन ASEAN (असोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस) का भी साथ मिला है, जिसके कई देशों का साउथ चाइना सी के मुद्दे पर चीन से विवाद है। मनीला में रविवार को चीनी विदेश मंत्री व दस दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन ‘आसियान’ के सदस्‍य देशों के मंत्रिमंडल के शिखर सम्‍मेलन के दौरान दक्षिण चीन सागर में सीओसी के फ्रेमवर्क पर हस्‍ताक्षर किया जाएगा।

ताइवान और चीन के अलावा फिलीपींस व तीन अन्‍य आसियान सहयोगी –ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम दक्षिण चीन सागर के अनेकों आइलैंड पर दावा कर रहे हैं। दक्षिण चीन सागर का इलाका तेल और गैस से भरा है। दुनिया के कारोबार के लिए बेहद अहम इस समुद्री मार्ग पर चीन अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है और इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय संधि का पालन करने से इंकार कर चुका है।

आसियान सदस्‍यों ने अप्रैल में वादा किया कि 2017 के अंत तक वे सीओसी पर सहमति दे देंगे। गत मई में चीन के क्वेईयांग शहर में आयोजित बैठक में चीन और आसियान देशों ने दक्षिण चीन सागर आचार संहिता का ढ़ांचागत दस्तावेज़ पारित किया। इस बैठक में चीन और आसियान के दस देशों के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लिया।

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