असहिष्णुता, नस्लवाद का विरोध करे सभी देश : यूएन

अंतरराष्ट्रीय नस्ल विरोधी दिवस के मौके पर गुटेरेस ने महासभा में कहा, 'उथल-पुथल और बदलाव के इस दौर में शिकार हो रहे समुदायों को भेदभाव से मुक्ति दिलाई जा सकती है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2017 05:16 PM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2017 05:28 PM (IST)
असहिष्णुता, नस्लवाद का विरोध करे सभी देश : यूएन
असहिष्णुता, नस्लवाद का विरोध करे सभी देश : यूएन

संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेस ने सभी देशों के राजनीतिज्ञों और नेताओं से असहिष्णुता के खिलाफ आवाज बुलंद करने की अपील की है। उन्होंने नस्ल, जाति और धर्म के आधार पर होने वाले भेदभाव को खत्म करने को कहा है।

अंतरराष्ट्रीय नस्ल विरोधी दिवस के मौके पर गुटेरेस ने महासभा में कहा, 'उथल-पुथल और बदलाव के इस दौर में शिकार हो रहे समुदायों को भेदभाव से मुक्ति दिलाई जा सकती है। यह कदम आसानी से उठाया जा सकता है। नस्ल, राष्ट्रीयता, जाति, धर्म या लैंगिक आधार पर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।' उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सभी देशों के लिए हर क्षेत्र में भेदभाव खत्म करना जरूरी है। सभी देश आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में होने वाले भेदभाव को खत्म करें।

महासचिव ने कहा, 'नस्ली भेदभाव रोकने के लिए सभी देश अनिवार्य रूप से सतर्क रहें और तुरंत उचित कार्रवाई करें। सभी राजनीतिज्ञ और नेता घृणा फैलाने वाले भाषणों का मुकाबला करें।' विस्थापितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों की दुर्दशा का उल्लेख करते हुए गुटेरेस ने लोगों के मानवाधिकार की रक्षा के लिए सामूहिक जवाबदेही को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हमेशा निशाना बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भेदभाव खत्म कर हम संपूर्ण मानवता का सिर ऊंचा उठा सकते हैं।

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