आइएस के आतंकियों ने पलमयरा के प्राचीन मंदिर को बम से उड़ाया

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने सीरिया के पलमयरा शहर में स्थित प्राचीन मंदिर को बम से उड़ा दिया। सूत्रों के मुताबिक, 'स्वर्ग के देवता' के इस मंदिर में आतंकियों ने पहले तो विस्फोटक भर दिया और फिर मंदिर को आग के हवाले कर दिया। मंदिर में काफी नुकसान की

By Sachin kEdited By: Publish:Mon, 24 Aug 2015 01:11 PM (IST) Updated:Mon, 24 Aug 2015 01:51 PM (IST)
आइएस के आतंकियों ने पलमयरा के प्राचीन मंदिर को बम से उड़ाया

सारिया। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने सीरिया के पलमयरा शहर में स्थित प्राचीन मंदिर को बम से उड़ा दिया। सूत्रों के मुताबिक, 'स्वर्ग के देवता' के इस मंदिर में आतंकियों ने पहले तो विस्फोटक भर दिया और फिर मंदिर को आग के हवाले कर दिया। मंदिर में काफी नुकसान की खबर है। इससे पहले थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक के ब्रह्मा मंदिर में हुए धमाकों में कई लोगों की मौत हो गई थी।

सीरिया की एक मानवाधिकार पर्यवेक्षक संस्था के मुताबिक, आईएस आतंकियों ने बाल शमीन जिन्हें 'स्वर्ग का देवता' भी कहते हैं, के मंदिर को बम से उड़ा दिया।

यह मंदिर पलमयरा में प्रसिद्ध रोमन थियेटर से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। ब्रिटेन के पर्यवेक्षक समूह ने पलमयरा छोड़ कर भागे नागरिकों से एकत्र की गई सूचनाओं के हवाले से बताया कि बताया कि मंदिर में विस्फोट एक माह पहले किया गया था। पलमयरा शहर प्राचीन विश्व के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृति केंद्रों में से एक माना जाता है।

ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने सीरिया के प्राचीन शहर पाल्मायरा पर कब्जे के बाद इसकी धरोहरों को नष्ट करने के पुरातत्वविदों के डर को सच में तब्दील करते हुए 2000 वर्ष पुराने रोमन युग के इस शहर के एक मंदिर को नष्ट कर दिया।

पाल्मायरा यूनेस्को का एक वैश्विक धरोहर स्थल है। आतंकियों ने बालशामीन मंदिर में विस्फोट करके इसको नष्ट कर दिया। यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसके कारण कुछ रोमन स्तंभ भी क्षतिग्रस्त हो गए।

सुन्नी अतिवादियों का कहना है कि प्राचीन निशानियां मूर्ति पूजा को बढावा देती हैं और वे मूर्तिपूजा के खात्मे के लिए उन्हें नष्ट कर रहे हैं। हालांकि ऐसा माना जाता है कि वे लूटी हुई प्राचीनकालीन वस्तुएं बेचकर बड़ी मात्रा में धन कमाते हैं।

अल खातिब ने बताया कि यह मंदिर पलमयरा की प्रसिद्ध रंगभूमि से करीब 500 मीटर दूर स्थित था। इस्लामिक स्टेट ने मई में इस ऐतिहासिक शहर पर कब्जे के बाद इसी रंगभूमि में 20 से अधिक सीरियाई सैनिकों को मार दिया था। यह मंदिर पहली सदी का है और यह तूफान व फसल के लिए मददगार बारिश के फोएनिसियाई देवता को समर्पित था।

गौरतलब है कि सीरिया में जारी गृह युद्ध की मार झेल रहा और अब इस्लामिक स्टेट के कब्जे में आ चुका पलमयरा एक ऐसा प्राचीन सीरियाई शहर है, जो अपने पवित्र मंदिरों एवं स्तम्भों से सजी सड़कों के साथ पिछले 2000 वर्ष से इतिहास में आए उतार-चढाव का गवाह रहा है।

पढ़ेंः सीसीटीवी में दिखा बैंकॉक में ब्रह्मा मंदिर के पास बम रखने वाला

chat bot
आपका साथी