जानिए लीसेस्टर सिटी के खिताब जीतने के पीछे की असली कहानीं

लीसेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब का इंग्लिश प्रीमियर लीग खिताब जीतने का सफर किसी फिल्म से कम नहीं है।

By Mohit TanwarEdited By: Publish:Tue, 03 May 2016 01:21 PM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 02:55 PM (IST)
जानिए लीसेस्टर सिटी के खिताब जीतने के पीछे की असली कहानीं

लंदन। लीसेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब का इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) खिताब जीतने का सफर किसी परीकथा से कम नहीं है और इस पर तो एक फिल्म बनाई जा सकती है। ईपीएल में पिछले सत्र में जो टीम रेलिगेशन (पदावनत) से बची थी वह इस साल खिताब जीत लेगी, इससे बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था।

सट्टा बाजार ने भी लीसेस्टर की जीत का भाव 5000-1 दिया था, फिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक सभी समीकरणों को उलटा करते हुए यह टीम नीचे से उपर तक पहुंच गई। टीम के मैनेजर क्लॉडियो रानिएरी को जीत का श्रेय दिया जा रहा है, लेकिन उनका मानना है कि खिलाड़ियों के दृढ़ संकल्प, जुझारूपन और खेल भावना के चलते यह चमत्कार हो पाया।

इपीएल के 132 साल के इतिहास में लीसेस्टर ने सोमवार को यह खिताब पहली बार जीता जब दूसरे क्रम पर चल रहे टॉटेनहम हॉटस्पर का चेल्सी के साथ मुकाबला 2-2 से बराबर रहा। इसी के साथ दो दौर शेष रहते लीसेस्टर 36 मैचों से 77 अंकों के साथ अपराजेय बढ़त बनाकर चैंपियन बन गया। दूसरे क्रम पर चल रहे टॉटेनहम के 70 और तीसरे क्रम पर चल रहे आर्सेनल के 67 अंक है।

इंग्लिश फुटबॉल फैंस यह मानकर चल रहे थे कि पिछले सत्र में रेलिगेशन से बचा लीसेस्टर सिटी इस बार अवश्य नीचले ग्रुप में चला जाएगा, लेकिन ऐसी विषम स्थिति में ही इस क्लब ने नए मैनेजर रानिएरी के मार्गदर्शन में इतिहास रचा। 64 वर्षीय रानिएरी इससे पहले कभी किसी क्लब को यह खिताब नहीं दिलवा पाए थे और पिछले वर्ष जब उन्होंने टीम की कमान संभाली तब हालात बहुत खराब थे।

प्रमुख खिलाड़ियों का चोटिल नहीं होना सफलता की मुख्य वजह

टीम की सफलता में एक मुख्य वजह यह भी रही कि उसके प्रमुख खिलाड़ी चोटिल नहीं हुए और इसके चलते दिसंबर-जनवरी के व्यस्त शैड्यूल में टीम कामयाब रही। टीम के स्ट्राइकर जेमी वार्डी को फुटबॉल राइटर्स द्वारा फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया।

लीसेस्टर में जश्न मना

टॉटेनहम और चेल्सी का मैच ड्रॉ होते ही लीसेस्टर में लोग खुशी के मारे सड़कों पर उतर आए और अपनी टीम के ईपीएल चैंपियन बनने की खुशी में जश्न मनाने लगे। टीम की नीली जर्सी पहने लोग एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे और टीम मैनेजर रानिएरी और स्ट्राइकर जेमी वार्डी के नाम के नारे लगा रहे थे। जेमी वार्डी के घर के बाहर हजारों फैंस जश्न मनाते रहे। लीसेस्टर के मैनेजर रॉनिएरी को शनिवार को घरेलू मैच के बाद ट्रॉफी प्रदान की जाएगी।

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