मुक्केबाज मनोज के मामले में सरकार ने संसद में मानी गलती

केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वीकार किया कि कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार को शुरू में अर्जुन पुरस्कार देने से इन्कार करना गलती थी और ऐसा 'गलत पहचान' के कारण हुआ। खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया, 'यह हमारी गलती थी। यह

By sanjay savernEdited By: Publish:Tue, 16 Dec 2014 11:59 PM (IST) Updated:Wed, 17 Dec 2014 12:14 AM (IST)
मुक्केबाज मनोज के मामले में सरकार ने संसद में मानी गलती

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वीकार किया कि कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार को शुरू में अर्जुन पुरस्कार देने से इन्कार करना गलती थी और ऐसा 'गलत पहचान' के कारण हुआ।

खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया, 'यह हमारी गलती थी। यह गलत पहचान के कारण हुआ। जैसे ही गलती का पता चला, हमने मनोज कुमार को अर्जुन पुरस्कार देने का फैसला किया। मनोज कुमार ने इस मामले को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

अदालत में मंत्रालय ने स्वीकार किया था कि समिति ने शुरुआत में मनोज के नाम पर विचार नहीं किया था क्योंकि समिति को यह गलतफहमी थी कि वह एक डोपिंग मामले में शामिल था। सोनोवाल ने बताया कि अर्जुन पुरस्कार की चयन प्रक्रिया बेहद पारदर्शी है और खेल मंत्रालय ने शुरुआत की व्यक्तिपरक प्रक्रिया के बजाय इसे उद्देश्यपरक बनाया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न मापदंडों के आधार पर चयन समिति विभिन्न खेलों के लिए राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिए योग्य खिलाडिय़ों को अंक प्रदान करती है।

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