सबसे बड़े मुक्केबाज मेवेदर से मुकाबला करना चाहते हैं आमिर खान

सदी की सबसे बड़ी और महंगी फाइट (मुक्केबाजी) में अमेरिका के फ्लॉयड मेवेदर ने जजों के सर्वसम्मत फैसले से मैनी पैक्वे पर जीत दर्ज की और वेल्टरवेट खिताब जीता। उनकी इस जीत के बाद आमिर खान ने चुनौती दे डाली है।

By sanjay savernEdited By: Publish:Sun, 03 May 2015 09:57 PM (IST) Updated:Mon, 04 May 2015 12:24 PM (IST)
सबसे बड़े मुक्केबाज मेवेदर से मुकाबला करना चाहते हैं आमिर खान

लास वेगास। सदी की सबसे बड़ी और महंगी फाइट (मुक्केबाजी) में अमेरिका के फ्लॉयड मेवेदर ने जजों के सर्वसम्मत फैसले से मैनी पैक्वे पर जीत दर्ज की और वेल्टरवेट खिताब जीता। उनकी इस जीत के बाद खेल जगत में इस सबसे अमीर खिलाड़ी का कद और बड़ा हो गया है लेकिन अब भी उनको चुनौती देने वाले थम नहीं रहे। अब उन्हें पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश मुक्केबाज आमिर खान ने चुनौती दे डाली है तो वहीं, भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंद्र सिंह भी मेवेदर के खिलाफ लड़ना चाहते हैं।

मेवेदर को आमिर की चुनौती :
मेवेदर से दस साल छोटे 28 वर्षीय आमिर खान का मानना है कि वह अमेरिकी मुक्केबाज का आखिरी प्रतिद्वंद्वी बनने के सही हकदार हैं। मेवेदर संन्यास लेने से पहले संभवत: सितंबर में एक बार और रिंग में उतरना चाहते हैं। पाकिस्तानी मूल के आमिर खान ब्रिटिश बॉक्सर हैं और लाइटवेट और वेल्टरवेट में उनका काफी नाम है।

आमिर ने कहा, 'यह अच्छा मुकाबला होगा। मैंने उनके मैनेजर लेन एलर्बे से बात की। मैंने उन्हें मीडिया रूम में देखा और वह मेरे पास आकर बोले, हाय, वह तैयार हैं। मुझे लगता है कि मेवेदर की टीम मुकाबला चाहती है। मैंने मैनी की टीम से भी बात की और उन्होंने भी यही बात कही।'

उन्होंने मुझसे कहा, 'देखो आमिर हमें लगता है कि अगला मुकाबला आपके और मैनी के बीच होना चाहिए।' आमिर ने कहा, 'इसलिए अब मैं ऐसी स्थिति में हूं कि मैं दोनों में से किसी से भी मुकाबला कर सकता हूं, लेकिन मैं मेवेदर से लड़ना चाहता हूं। क्योंकि मेरा वास्तव में मानना है कि मैं उन्हें टक्कर दे सकता हूं।'

- विजेंद्र भी ठोकना चाहते हैं दावेदारीः
भारत के स्टार मुक्केबाज इस बात के लिए जाने जाते हैं कि वह जो कहते हैं, उसे पूरा कर दिखाते हैं। भारतीय मुक्केबाजी के पोस्टरब्वॉय ने रविवार को इच्छा जताई कि वह फ्लायड मेवेदर से मुकाबला करना चाहते हैं।

बीजिंग ओलंपिक से पहले उन्होंने अच्छे प्रदर्शन का वादा किया था और भारत को इस खेल का पहला ओलंपिक पदक दिलाया। उसके बाद उन्होंने मिडिलवेट वर्ग (75 किलो) में दुनिया का नंबर एक मुक्केबाज बनने की ठानी और उसे पूरा कर दिखाया।

एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक भी उनकी इच्छाओं में शामिल था और भिवानी के इस गौरव ने ग्वांग्झू 2010 में यह भी कर दिखाया। हालांकि इसके लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि वह अभी पेशेवर मुक्केबाज नहीं बने हैं।

फिलहाल रियो ओलंपिक पर नजर लगाए विजेंद्र ने कहा कि वह मेवेदर के खिलाफ मुकाबला करने की इच्छा को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने कहा, 'अगर मौके मिले तो मैं मेवेदर से मुकाबला करना पसंद करूंगा। वह शानदार मुक्केबाज हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं उनके खिलाफ बुरा प्रदर्शन करूंगा।'

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