यह आदमी योग करते-करते चबा जाता है लोहे की तस्‍तरी, ब्‍लेड, ट्यूबलाइट

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एक शख्‍स पेट दर्द की शिकायत के चलते भर्ती की गया और उसके पेट से निकले लोहे के टुकड़े, ट्यूबलाइट की किर्चें और सुईयां।

By molly.sethEdited By: Publish:Mon, 19 Jun 2017 03:51 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jun 2017 02:34 PM (IST)
यह आदमी योग करते-करते चबा जाता है लोहे की तस्‍तरी, ब्‍लेड, ट्यूबलाइट
यह आदमी योग करते-करते चबा जाता है लोहे की तस्‍तरी, ब्‍लेड, ट्यूबलाइट

योग और लोहे की खुराक का कनेक्‍शन 

अंग्रेजी और हिंदी धाराप्रवाह बोलने में माहिर 52 साल के शैलेंद्र मोटर बाइक स्पेयर पार्ट शॉप में काम करते हैं। उनको देश और दुनिया के राजनीतिक मामलों और हस्‍तियों के बारे में अच्‍छी जानकारी है, पर शायद वो अपने बारे में जानकारी रखने से चूक गए। वो भूल गए कि वे एक सामान्‍य आदमी हैं और उनको वैसा ही व्‍यवहार करना चाहिए। योग पर आस्‍था रखने वाले शैलेंद्र योग के जानकार भी हैं। उन्‍हें लगता था कि योग के अभ्‍यास के बाद वे कुछ खा कर हजम कर सकते हैं, पर ये सच नहीं था। इसी के चलते जब उन्‍होंने योगाभ्‍यास के साथ लोहे की प्लेट, ब्लेड, सुई और ट्यूबलाइट आदि को खाया तो वो उनके शरीर में एकत्रतित होने लगीं। शैलेंद्र ये काम करीब नौ साल तक करते रहे। अंत में वही हुआ जो शैलेंद्र ने नहीं सोचा था, उनके पेट में तेज दर्द उठा और जब डॉक्‍टर्स ने उनकी सर्जरी की तो पता चला कि ये सब उनके पेट में एकत्रित हो कर परेशानी की वजह बना। 

परिवार था अनजान 

दिल्‍ली के अशोक विहार में रहने वाले शैलेंद की बहन ऊषा ने बताया कि वे शादीशुदा हैं और उनका एक 20 साल का बेटा भी है। पर अब वे परिवार शैलेंद्र के साथ नहीं रहते। ऊषा के अनुसार शैलेंद्र बहुत एक्टिव रहते हैं। वो रोज सुबह न्यूजपेपर पढ़ते हैं और योगा का अभ्यास करते हैं लेकिन उन्‍हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि वो लोहे की तस्‍तरियां, सुई और ट्यूबलाइट्स खाते थे। अगर उन्‍हें पता वे उन्‍हें जरूर रोकते। उन्‍हें भी पेट दर्द की शिकायत के बाद शैलेंद्र को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद पूरी सच्चाई का पता चला।

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