मानो ना मानो एक व्‍यंजन के लिए दक्षिणपूर्व एशिया के कई देश हुए लामबंद

कोई व्‍यंजन कैसा बना बना है इसे लेकर एक शेफ की अपनी राय हो सकती है, पर कई बार वो एक तूफान भी खड़ा कर सकती ये तो किसी ने भी नहीं सोचा होगा।

By Molly SethEdited By: Publish:Fri, 29 Jun 2018 12:37 PM (IST) Updated:Sat, 30 Jun 2018 01:59 PM (IST)
मानो ना मानो एक व्‍यंजन के लिए दक्षिणपूर्व एशिया के कई देश हुए लामबंद
मानो ना मानो एक व्‍यंजन के लिए दक्षिणपूर्व एशिया के कई देश हुए लामबंद

एक व्‍यंजन, एक निर्णय और खफा हुए कई देश

आपको लगेगा की भला एक डिश को लेकर इतना बड़ा भी क्‍या विवाद हो सकता है, पर जब आप इस खबर को पढ़ेंगे तो समझ में आयेगा कि ऐसा होना कोई नामुमकिन भी नहीं है। सिर्फ खाने की किसी चीज को लेकर कई देश एक साथ मिल कर एक शेफ को निशाना बनायेंगे ये बात सुनने में अजीब लगती है ना, लेकिन ये हो गया है। रायटर की एक खबर के अनुसार एक कुकिंग शो के दौरान शेफ ने एक डिश को रिजेक्‍ट कर दिया और उसका जो आधार बताया उससे पूरे दक्षिणपूर्वी देशों में हलचल मच गई और सवाल उठने लगे। इतना ही नहीं इंडोनेशिया और मलेशिया जो आपतौर पर एकमत नहीं दिखाई देते इस मामले में एक ही पाले में खड़े दिखे।

चिकन रेनडांग बना वजह

दरसल घटना इस वर्ष अप्रैल माह की है। ब्रिटेन में कुकरी शो मास्टर शेफ़ का आयोजन चल रहा था। शो में एक मलेशियाई प्रतियोगी ज़ालिहा क़ादिर ने चिकन रेनडांग नाम की डिश बना कर प्रेजेंट की। शो के जज ने उसे टेस्‍ट किया और ये कहते हुए रद्द कर दिया कि व्‍यंजन बिलकुल क्रिस्‍पी नहीं है। बस यहीं से सारा मामला शुरू हुआ। आप सोचेंगे कि इसमें विवाद किस बात का है, तो सबसे पहले समझ लें कि रेनडांग बनता कैसे है। ये एक पारंपरिक व्‍यंजन है जो आमतौर पर चिकन या बीफ से बनता है। इसे धीमी आंच पर नारियल के दूध और एशियन हर्बस के साथ पकाया जाता है। इसके एकदम सही बनने का मतलब होता है कि मीट इस हद तक गल जाये कि वो मुंह में जाते ही पिघल जाए। अब ऐसे में जज का ये कहना कि ये करारा नहीं है, सबको अजीब लगा। इस मामले में केएफसी के कुक का कहना है कि रेनडांग के क्रिस्‍पी ना होने की शिकायत तो ऐसी है जैसे कहना हैंमबर्गर उबाला नहीं गया। 

सोशल मीडिया पर दिखा कई देशों में गुस्‍सा 

शेफ़ के इस निर्णय के साथ ही सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई और #रेनडांग और #रेनडांगेट नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। इंडोनेशिया, मलेशिया, ब्रुनेई और सिंगापुर जैसे तमाम देशों से लोग इस लड़ाई में शामिल हो गए। कई बार एक दूसरे के खिलाफ दिखने वाले मलेशिया और इंडोनेशिया के लोग साथ में नजर आने लगे, जब यहां के लोगों ने कहा कि वे इस मुद्दे पर एकजुट हैं। हालांकि रेनडांग इंडोनेशियाई डिश है या मलेशियाई इस पर हमेशा विवाद होता रहा है। 

धुर विरोधी भी साथ साथ

सबसे मजेदार बात तो ये रही कि जब रेनडांग को क्रिस्‍पी ना होने की बात कह कर रिजेक्‍ट करने पर हाइकल जोहारी नाम के सिंगापुर के एक मशहूर रेस्‍टोरेंट के एग्जेक्यूटिव शेफ ने कहा कि उन्‍होंने कभी भी रेनडांग के करारे होने के बारे में नहीं सुना तो मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक और उनके धुर विरोधी वहां के विपक्षी नेता महाथिर मोहम्मद दोनों ने एक सुर में सहमति जताई। 

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