जानें, रूस में लोग अपने चेहरों को हरे रंग से क्यों रंग रहे हैं

इस घटना को एक अवसर के तौर पर लिया और इसी रंग के साथ कैंपेन करने लगे। धीरे-धीरे ये पूरे रूस में मशहूर हो गया और ट्रेंड बन गया।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Publish:Tue, 21 Mar 2017 06:33 PM (IST) Updated:Tue, 21 Mar 2017 07:18 PM (IST)
जानें, रूस में लोग अपने चेहरों को हरे रंग से क्यों रंग रहे हैं
जानें, रूस में लोग अपने चेहरों को हरे रंग से क्यों रंग रहे हैं

नई दिल्ली, जेएनएन। रूस में आजकल एक नया ट्रेंड चल गया है यहां पर लोग अपने चेहरे को हरे रंग से रंग रहे हैं। इसके पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। रूस में एलेक्जी नावेलनी भ्रष्टाचार विरोधी ब्लॉगर और कई वर्षों तक विपक्ष के नेता भी रहे हैं। इसके साथ- साथ वो रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के विरोधी के रूप में जाने जाते हैं। 

एलेक्जी नावेलनी साइबेरिया के शहर बर्नॉल में एक कैंपेन कर रहे थे। इतने में एक अनजान व्यक्ति उनके पास आता है और उनके मुंह पर एक लिक्विड डाल देता है। इस लिक्विड को रूस की भाषा में 'जेलयोन्का' कहा जाता है। उन्होंने बताया कि पहले तो वो डर गए थे कि कहीं उनके ऊपर तेजाब से हमला तो नहीं हुआ है। लेकिन उन्हें राहत मिली कि ऐसा नहीं हुआ लेकिन जो लिक्विड उनके ऊपर फेंका गया वो इतना गहरा था कि वो कई दिनों तक नहीं छूटा। 

उन्होंने इस घटना को एक अवसर के तौर पर लिया और इसी रंग के साथ कैंपेन करने लगे। धीरे-धीरे ये पूरे रूस में मशहूर हो गया और ट्रेंड बन गया। उन्होंने कहा कि अगर उनके ऊपर इस हरे रंग के पदार्थ को फिर से फेंका जाएगा तो वो कैंपेन करना बंद कर देंगे और रैली करेंगे। 

उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि रंग फेंकने वालों को लगता होगा कि हरे रंग के चहरे के साथ वीडियो रिकॉर्डिंग करना बंद कर देंगे लेकिन वो गलत हैं अब इसी रंग के चेहरे के साथ कैंपेन किया जा रहा है और इस चेहरे के साथ बहुत से लोग देख रहे हैं। 

यह भी पढ़ें- घृणा अपराध के विरोध में व्हाइट हाउस के सामने भारतीयों की रैली

chat bot
आपका साथी