Cyclone Sitrang: तूफान सितरंग के चलते शुरू हुआ बारिश का दौर; कई इलाकों में हाई अलर्ट, सेना से मांगी गई मदद

चक्रवाती तूफान सितरंग (Cyclone Sitrang) के प्रभाव के चलते पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के तटीय जिलों में बारिश शुरू हो गई है। बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका में भी लगातार बारिश हो रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 24 Oct 2022 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 25 Oct 2022 04:41 AM (IST)
Cyclone Sitrang: तूफान सितरंग के चलते शुरू हुआ बारिश का दौर; कई इलाकों में हाई अलर्ट, सेना से मांगी गई मदद
चक्रवाती तूफान सितरंग की दस्‍तक से पहले बांग्लादेश के ढाका में बारिश के कारण जलमग्‍न सड़कें (Photo- REUTERS)

नई दिल्‍ली, आनलाइन डेस्‍क। बंगाल की खाड़ी में तैयार हुआ चक्रवाती तूफान सितरंग (Cyclone Sitrang) तेज रफ्तार से उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके 25 अक्टूबर की सुबह बांग्लादेश तट को पार करने का अनुमान है। इसके गहरे दबाव में तब्दील होने के साथ ही पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के तटीय जिलों में बारिश शुरू हो गई है। देश के तटीय इलाकों में चक्रवात के प्रभाव को महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखतेे हुए स्‍थानीय प्रशासन की ओर से कई इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।

पूर्वोत्तर राज्यों में शुरू हुआ बारिश का दौर 

चक्रवात सितरंग के कारण सोमवार को पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण दिवाली की खुशी में बाधा आई। त्रिपुरा के कई हिस्‍सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश का अलर्ट है। राज्‍य सरकार ने इस हफ्ते कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी हैं। अगरतला में सभी उड़ानों का संचालन निलंबित है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने दो दिनों तक विशेष ट्रेनें रद कर दी हैं।

पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के कई इलाकों में हाई अलर्ट

समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक एनडीआरएफ के 120 से अधिक कर्मियों को विभिन्न जिलों में तैनात करने के लिए गुवाहाटी से त्रिपुरा लाया गया है। चक्रवात को लेकर पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से छह ने हाई अलर्ट जारी किया है। सभी संबंधित जिलों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकारों ने एनडीआरएफ को संभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त जवानों को तैनात करने के निर्देश दिए हैं।

इन इलाकों में भारी से ज्‍यादा भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान त्रिपुरा, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। स्‍थानीय प्रशासन की ओर से मछुआरों को 25 अक्टूबर को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। कई इलाकों में संचार और बिजली आपूर्ति में व्यवधान होने की आशंका है।

सेना और केंद्रीय अर्ध सैन्य बलों से भी मदद मांगी

त्रिपुरा के आठ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। इन जिनों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने अधिकतम 200 मिमी तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है। असम के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों, मिजोरम के सभी 11 जिलों और नगालैंड के अधिकांश जिलों में आपदा से बचाव के उपाय किए हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अगरतला में हालात की समीक्षा की। त्रिपुरा सरकार ने सेना और केंद्रीय अर्ध सैन्य बलों से भी मदद मांगी है।

आपदा राहत टीमें तैनात

वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने इस चक्रवात को लेकर सभी ऐहतियाती कदम उठाए हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवानों को आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों के साथ सूबे के तटीय इलाकों में तैनात किया गया है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। कैंपों में राहत सामग्री की आपूर्ति की जा रही है। पर्यटकों को समुद्र की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा है।

इन इलाकों में मचा सकता है तबाही

मौसम विभाग ने उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में 'सितरंग' के कारण भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। IMD की ओर से जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के इन इलाकों में 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

ढाका में लगातार हो रही बारिश

चक्रवाती तूफान सितरंग 25 अक्‍टूबर को तड़के बांग्‍लादेश के तटवर्ती इलाकों में दस्‍तक दे सकता है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक 25 अक्टूबर को तड़के यह बांग्लादेश के तिनकोना द्वीप और सैंडविप के बीच पहुंच सकता है। इससे पहले ही बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका में लगातार बारिश हो रही है। इससे सड़कें जलमग्‍न हो गई हैं। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सुंदरवन पर पड़ सकती है तगड़ी मार

समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक चक्रवात से दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के तटीय क्षेत्र सुंदरवन में तबाही का अंदेशा है। मई 2009 में चक्रवात आइला, मई 2020 में चक्रवात अम्फान और मई 2021 में चक्रवात यास के कारण सुंदरबन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। राहत की बात यह है कि बंगाल की राजधानी कोलकाता में इसका प्रभाव मामूली होगा। हावड़ा, हुगली, नदिया और मुर्शिदाबाद के गंगा के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की आशंका है। 

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