रेलवे ने जारी की देश के 407 स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग, जानें- कौन सा है नंबर 1

देश के सबसे गंदे 106 स्टेशनों में मप्र के आठ स्टेशन शामिल हैं। इनमें भोपाल, बैतूल, होशंगाबाद, पिपरिया, संभलपुर, सिंगरौली, विदिशा, इटारसी शामिल हैं।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 18 May 2017 09:42 AM (IST) Updated:Thu, 18 May 2017 12:17 PM (IST)
रेलवे ने जारी की देश के 407 स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग, जानें- कौन सा है नंबर 1
रेलवे ने जारी की देश के 407 स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग, जानें- कौन सा है नंबर 1

नई दिल्ली, प्रेट्र। रेलवे स्टेशनों में साफ-सफाई की स्थिति के आधार पर कराए गए तीसरे सर्वे के परिणाम रेलवे ने बुधवार को घोषिषत कर दिए। इस बार दो श्रेणियों 'ए 1' और 'ए' के आधार पर सर्वेक्षण कराया गया। शहरों की रैंकिंग में देश में दूसरे स्थान पर रहे भोपाल का रेलवे स्टेशन ए 1 श्रेणी स्टेशनों की रैंकिंग में नीचे से दूसरे नंबर पर रहा। स्वच्छता में पश्चिम मध्य रेलवे का दमोह स्टेशन 9वें नंबर पर रहा। हालांकि सबसे स्वच्छ 25 स्टेशनों में सिर्फ दमोह को जगह मिली है, जिसकी रैंकिंग 20 है।

सफाई में सबसे ऊपर रहा इंदौर का रेलवे स्टेशन ए श्रेणी में 27वें तो ओवरऑल रैंकिंग में 45वें नंबर पर रहा। विशाखापत्तनम ए 1 श्रेणी और पंजाब का ब्यास ए श्रेणी में देश के सर्वाधिक स्वच्छ स्टेशन हैं। जबकि दरभंगा और जोगबनी सबसे गंदे स्टेशन हैं। आईआरसीटीसी द्वारा कराए सर्वेक्षण के नतीजे रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां बुधवार को जारी किए। इसमें ए 1 श्रेणी के 75 तथा ए श्रेणी 332 स्टेशनों समेत कुल 407 रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया। इसी तरह का सर्वे अब ट्रेनों के बाबत भी किया जा रहा है।

75 स्टेशनों में विशाखापत्तनम टॉप पर ए 1 श्रेणी में विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन शीर्ष पर रहा। उसे एक हजार में से 853.1 अंक हासिल हुए, जबकि दूसरे नंबर पर सिकंदराबाद और तीसरे नंबर पर जम्मू तवी स्टेशन रहा। चौथे नंबर पर विजयवाड़ा और पांचवें नंबर पर दिल्ली का आनंद विहार टर्मिनल रहा है। इसके बाद लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, पुणे, बेंगलुर सिटी रहे।

इन 75 में से सबसे फिसड्डी दरभंगा जंक्शन रहा, जिसे 497 अंक ही मिले। इससे ऊपर भोपाल जंक्शन रहा, जिसे 499 अंक मिले थे। भोपाल की ओवरऑल रैंकिंग 374 रही। देश की राजधानी दिल्ली के सबसे प्रमुख नई दिल्ली स्टेशन का नंबर 39वां रहा, जबकि दिल्ली जंक्शन 24वें नंबर पर रहा। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी 14वें नंबर पर रहा है।

ए श्रेणी में ब्यास

टॉप ए श्रेणी के 332 रेलवे स्टेशनों में ब्यास पिछली बार की तरह इस बार भी टॉप पर रहा है। उसे 873 अंक मिले हैं यानी विशाखापट्टनम से भी अधिक। इसके बाद खम्मम (तेलंगाना), अहमदनगर, दुर्गापुर और मंचेरियल (तेलंगाना) स्टेशनों के नंबर हैं। बडनेरा (महाराष्ट्र), रांगिया (असम) वारंगल, दमोह और भुज स्टेशन का नंबर रहा। 332 स्टेशनों में से जोगबनी स्टेशन महज 354 अंक ही जुटा सका और सबसे निचले पायदान पर रहा। इससे ऊपर मधुबनी स्टेशन का नंबर है, जिसे 357 अंक ही मिले हैं।

ये रहे आधार

इस सर्वे को आईआरसीटीसी के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने किया। उसने स्टेशनों की स्वच्छता को मापने के लिए टॉयलेट, पेयजल बूथ, खानपान स्टॉल, फूट ओवरब्रिज, पटरियों तथा कूड़ेदानों के अलावा पार्किंग एरिया, प्रवेश द्वार तथा प्रतीक्षालय की स्वच्छता पर खास तौर पर गौर किया। सर्वे में स्वच्छता के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं के अलावा निरीक्षण के दौरान पाई गई स्थिति तथा यात्रियों की राय को अलग-अलग एक तिहाई वेटेज दिया गया। कुल एक हजार अंकों में से 33.33 फीसदी अंक स्टेशनों की सफाई के लिए रखे गए, जबकि इतने ही अंक पैसेंजर फीडबैक और बाकी अंक क्वालिटी कंट्रोल के कर्मचारियों ने मौके का जायजा लेकर स्टेशनों को दिए।

सबसे गंदे 106 स्टेशनों में मप्र के आठ

देश के सबसे गंदे 106 स्टेशनों में मप्र के आठ स्टेशन शामिल हैं। इनमें भोपाल, बैतूल, होशंगाबाद, पिपरिया, संभलपुर, सिंगरौली, विदिशा, इटारसी शामिल हैं।

ऐसी रही मप्र के शहरों की रैंकिंग

ए 1 श्रेणी शहर श्रेणी में रैंक ओवरऑल रैंक ग्वालियर 41 142 जबलपुर 43 147 भोपाल 74 374 (ये तीन स्टेशन ए 1 में शामिल थे। ए 1 श्रेणी के कुल 75 स्टेशन शामिल किए गए।) ए श्रेणी शहर श्रेणी में रैंक ओवरऑल रैंकिंग दमोह 9 20 इंदौर 27 45 हबीबगंज 33 51 उज्जैन 176 228 खंडवा 208 267 रतलाम 27 280 बैतूल 30 301 इटारसी 15 379 (नोट -ए श्रेणी में 332 स्टेशन शामिल किए गए।)

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