शिलांग में फिर भड़की हिंसा, पुलिस को इस्तेमाल करनी पड़ी आंसू गैस

पंजाबी लाइन एरिया के पास स्थित मॉखर व मिशन कंपाउंड में फिर हिंसा भड़क गई। पुलिस की कोशिश थी कि माहौल बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों को शहर से बाहर निकाल दिया जाए।

By Jagran News NetworkEdited By: Publish:Mon, 04 Jun 2018 07:47 PM (IST) Updated:Mon, 04 Jun 2018 08:32 PM (IST)
शिलांग में फिर भड़की हिंसा, पुलिस को इस्तेमाल करनी पड़ी आंसू गैस
शिलांग में फिर भड़की हिंसा, पुलिस को इस्तेमाल करनी पड़ी आंसू गैस

शिलांग, प्रेट्र : पंजाबी लाइन एरिया के पास स्थित मॉखर व मिशन कंपाउंड में फिर हिंसा भड़क गई। पुलिस की कोशिश थी कि माहौल बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों को शहर से बाहर निकाल दिया जाए। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस तक इस्तेमाल करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों ने इसके विरोध में राबर्ट्स अस्पताल के पास पुलिस वैन को पलट दिया और एक अफसर के साथ लोगों के सामने हाथापाई की।

उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शिलांग के लिए अर्ध सैनिक बलों की छह और कंपनियां भेजने को मंजूरी दे दी है। अभी वहां राज्य के एसएफ-10 कमांडो, एक सीआरपीएफ की कंपनी व जिला पुलिस हालात से जूझ रही है। शहर के 14 हिस्सों में अभी कर्फ्‍यू लगा है। दिन में इसमें ढील दी गई थी।

गुरुवार को सिख समुदाय के लोगों का एक ट्रांसपोर्ट सर्विस के कर्मचारियों से झगड़ा हुआ था, लेकिन बात इतनी आगे बढ़ गई कि दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद भी हिंसा नहीं रुक सकी। सोशल मीडिया पर ट्रांसपोर्ट सर्विस से जुड़े एक व्यक्ति की मौत होने की खबर फैलते ही स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई। मामले में रविवार को कुछ राहत देखने को मिली। शिलांग में कर्फ्‍यू में सात घंटे की ढील दी गई। सुरक्षा बलों की तादाद शहर में 14 जगहों पर बढ़ाई गई है और सेना ने भी तनावग्रस्त इलाकों में फ्लैग मार्च किया था।

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने कहा है कि गुरुवार को दो समुदायों के बीच हुआ विवाद सांप्रदायिक नहीं बल्कि स्थानीय था। बाहर की मीडिया व कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग दे दिया। शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा व इसकी दिल्ली विंग के अध्यक्ष मंजीत सिंह ने शिलांग का दौरा किया। पंजाब सरकार ने भी एक टीम वहां भेजी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने संगमा से खुद भी बात की है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख सईद जी हसन रिजवी ने कहा कि मंजीत सिंह राई मेघालय का दौरा करके पता लगाएंगे कि हिंसा की क्या वजहें रहीं और राज्य सरकार ने इसे कैसे नियंत्रित किया। वह दोनों पक्षों के पीडि़तों से मिलेंगे।

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