स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को दी रिपोर्ट, कहा- अनियोजित टीकाकरण से बढ़ सकते हैं नए कोरोना स्ट्रेन के मामले

देश के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को आगाह करते हुए रिपोर्ट दी है कि अनियोजित टीकाकरण से म्यूटेंट स्ट्रेन को बढ़ावा मिल सकता है। गौरतलब है कि भारत सहित दुनिया में तीसरी लहर का खतरा बरकरार है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 10:05 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 11:27 PM (IST)
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को दी रिपोर्ट, कहा- अनियोजित टीकाकरण से बढ़ सकते हैं नए कोरोना स्ट्रेन के मामले
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को आगाह करते हुए रिपोर्ट दी

नई दिल्ली, प्रेट्र। देश के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को आगाह करते हुए रिपोर्ट दी है कि अनियोजित टीकाकरण से म्यूटेंट स्ट्रेन को बढ़ावा मिल सकता है। गौरतलब है कि भारत सहित दुनिया में तीसरी लहर का खतरा बरकरार है। ब्रिटेन सहित दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।

तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के साथ वैक्सीनेशन प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया है। देश के सभी लोगों को वैक्सीनेशन करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। संस्थान स्तर पर मुहिम छेड़े, ताकि अगर कोई रह गया है तो उसकी वैक्सीनेशन हो सके। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में आक्सीजन को लेकर भारी किल्लत का सामना करना पड़ा, लिहाजा सरकार अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाने की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा प्रशासन की ओर से जो अस्थायी स्वास्थ्य ढांचा खड़ा किया है, उसे हटाया न जाए ताकि अगर भविष्य में जरूरत पड़ती है तो इनका इस्तेमाल हो सके।

कोरोना का डेल्टा वैरिएंट टीकाकरण करा चुके लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। हाल ही में एक अध्ययन में इसका खुलासा हुआ। अब नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने हाल ही एक शोध में दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित नहीं होंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है। वैक्सीन केवल यह सुनिश्चित करती है कि संक्रमण का असर गंभीर नहीं होगा। खास बात यह है कि वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित होने वाले मरीजों में किसी की भी मौत नहीं हुई। इससे यह स्पष्ट होता है कि टीकाकरण से मृत्यु दर कम हो रही है। 

डॉ. फासी ने किया आगाह, अत्यधिक संक्रामक है डेल्टा वैरिएंट

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के मुख्य सलाहकार डा. एंथनी फासी ने कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को लेकर लोगों को सावधान किया है। उनका कहना है कि लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत है और लापरवाही ना बरतें क्योंकि यह वैरिएंट बहुत ही संक्रामक है। ब्रिटेन में इस समय यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। डेल्टा वैरिएंट यानी बी.1.617.2 सबसे पहले भारत में पिछले साल अक्टूबर में पाया गया था। भारत में फिर इसे संक्रामक होने की संभावना है।

ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा यह वैरिएंट सबसे ज्यादा 12 से 20 साल के युवाओं को चपेट में ले रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, अब तक यह वैरिएंट दुनिया के 62 देशों में फैल चुका है। डॉ. फासी ने कहा कि देश में मिले कोरोना के मामलों में से छह फीसद से ज्यादा केस डेल्टा वैरिएंट के मिले हैं। ब्रिटेन में इस वैरिएंट के 60 फीसद नए मामले मिले हैं। डा. फासी ने नए स्ट्रेन को देश भर में फैलने से रोकने के लिए और अधिक अमेरिकियों से टीका लगवाने का आह्वान किया है।

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी डेल्टा वैरिएंट को लेकर लोगों को आगाह किया है। उन्होंने सभी से वैक्सीनेशन कराने को कहा है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि कोरोना का यह स्ट्रेन काफी ज्यादा संक्रामक है जो 12 से 20 वर्ष के आयुवर्ग को अपनी चपेट में ले रहा है। इसके साथ ही उन्होंने विशेषरूप से युवाओं के वैक्सीनेशन पर जोर दिया है।

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