भारत की तरह 7 पड़ोसी देशों में भी लागू होगी UDIN, ये है इसकी खासियत
इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आइसीएआइ) के यूनीक डाक्यूमेंट आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूडीआइएन) के लिए सात पड़ोसी देश भी राजी हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आइसीएआइ) के यूनीक डाक्यूमेंट आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूडीआइएन) के लिए सात पड़ोसी देश भी राजी हैं। उन्होंने यह व्यवस्था अपने यहां लागू करने पर सहमति जताई है। चार्टर्ड अकाउंटेंट के प्रमाणपत्रों का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए यूडीआइएन को लागू किया गया है।
एक फरवरी से सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए यह व्यवस्था की गई है कि वे कोई भी प्रमाणपत्र जारी करेंगे तो आइसीएआइ की वेबसाइट से यूडीआइएन जेनरेट करेंगे। उसमें मिले नंबर को प्रमाणपत्र पर लिखेंगे ताकि उसकी सत्यता की पुष्टि करने के लिए कोई भी वेबसाइट पर जाकर उस नंबर के जरिए जानकारी हासिल कर सके।
भारत और सात पड़ोसी देशों के अकाउंटेंट्स ने मिलकर साउथ एशियन फेडरेशन आफ अकाउंटेंट्स (साफा) बोर्ड बनाया हुआ है। इसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, भूटान, मालद्वीव और नेपाल शामिल हैं। भारत में यूडीआइएन के सफल प्रयोग को देखते हुए साफा बोर्ड के सदस्य देशों की संस्थाओं ने एक टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया है, जो कि इन सभी देशों में यूडीआइएन को लागू कराने में अंतिम रूप देगा।