त्रिपुरा सुख सागर झील मामलाः शिकारियों पर घूमी शक की सुई, जानिए क्या है पूरा मामला

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) डा. डीके शर्मा ने कहा कि स्थानीय वन अधिकारियों द्वारा दिन भर की कवायद के बाद परीक्षण करने और इस सामूहिक हत्या या शिकार के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए कोई शव नहीं मिला।

By Mahen KhannaEdited By: Publish:Sun, 30 Jan 2022 09:11 AM (IST) Updated:Sun, 30 Jan 2022 10:27 AM (IST)
त्रिपुरा सुख सागर झील मामलाः शिकारियों पर घूमी शक की सुई, जानिए क्या है पूरा मामला
वन विभाग के कर्मियों को सुख सागर झील में कोई पक्षी का शव नहीं मिला। (फाइल फोटो)

अगरतला, एएनआइ। त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर के अंतर्गत खिलपारा क्षेत्र में स्थित सुख सागर झील क्षेत्र से गुरुवार को बड़ी मात्रा में प्रवासी पक्षियों के शव मिलने की खबर सामने आई थी। इस मामले पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) डा. डीके शर्मा ने शनिवार को कहा कि वन विभाग के कर्मियों को सुख सागर झील में कोई पक्षी का शव नहीं मिला है। शर्मा के अनुसार, स्थानीय ग्राम प्रधान ने वन कर्मियों को बताया है कि झील और आस-पास की निचली फसल भूमि पर सैकड़ों की संख्या में मृत पक्षी तैर रहे थे। शर्मा ने कहा कि हमने वीडियो और तस्वीरें देखी हैं, लेकिन स्थानीय वन अधिकारियों द्वारा दिन भर की कवायद के बाद, परीक्षण करने और इस सामूहिक हत्या या शिकार के पीछे के कारण का पता लगाने के लिए कोई नमूना नहीं मिला।

शिकारियों का हो सकता है हाथ

वन विभाग के कुछ सूत्रों का कहना है कि यह शिकारियों की हरकत हो सकती है, जिन्होंने पहली बार में पक्षियों को मौत के जाल में फंसाया और मुसीबत को भांपते हुए सबूत मिटाने के लिए मरे हुए पक्षियों को गायब कर दिया। एएनआइ से बात करते हुए, पीसीसीएफ ने यह भी बताया कि वन कर्मी मृत पक्षियों का पता लगाने के लिए अपनी कवायद जारी रखेंगे। शुक्रवार की सुबह से, वन विभाग की टीमों को गांव के विभिन्न हिस्सों में कार्रवाई में लगाया गया है जहां घटना हुई है।

वन विभाग ने जारी किया टेलीफोन नंबर

डा. डीके शर्मा ने बताया कि वन विभाग ने एक टेलीफोन नंबर भी जारी किया है ताकि शिकारियों की पहचान की जा सके या मृत पक्षियों के बारे में कोई जानकारी मिलने पर लोग उनसे संपर्क कर सकें। इस दौरान विभाग ने अपने जागरूकता अभियान के दौरान पशु और वन कृत्यों के खिलाफ क्रूरता की विभिन्न धाराओं के तहत स्वीकृत दंड का भी विशेष रूप से उल्लेख भी किया।

यह है पूरा मामला

बता दें कि 27 जनवरी को उदयपुर के खिलपारा इलाके में पक्षी के शवों के मिलने की खबर सामने आई थी। बाद में जिला वन अधिकारी महेंद्र सिंह ने मौके का दौरा किया और जांच के आदेश दिए। लेकिन, जिस तरह से रहस्यमय तरीके से शव मौके से गायब हुए, उससे वन विभाग के साथ-साथ गांव वाले भी सदमे में हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले छह-सात सालों से यह पक्षी उदयपुर में आ रहे थे। ये पक्षी वास्तव में कैलिफोर्निया से आते हैं।

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