देश में टीकाकरण की रफ्तार पर शीर्ष वायरोलॉजिस्ट बोलीं- वैक्सीन की कमी के कारण रफ्तार धीमी
सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त मेडिकल ऑक्सीजन पर समिति की सदस्य डा. गगनदीप कांग ने देश में जारी टीकाकरण की रफ्तार को धीमा बताया है। बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस की 24. 30 लाख से अधिक वैक्सीन लगाई गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। मेडिकल ऑक्सीजन पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त समिति की और शीर्ष वायरोलॉजिस्ट सदस्य डा. गगनदीप कांग ने देश में जारी टीकाकरण की रफ्तार को धीमा बताया है। उनका कहना है कि वैक्सीन की सीमित आपूर्ति होने के कारण ही टीकाकरण की रफ्तार कम है। वैक्सीन की अधिक खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद थी, जो अभी तक उपलब्ध नहीं हुई हैं। डा. गगनदीप ने कहा कि जैसे-जैसे कंपनियां वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाएगी, टीकाकरण की रफ्तार भी बढ़ेगी।
शीर्ष वायरोलॉजिस्ट ने कहा कि हमे अन्य टीकों को भी आयात करना होगा, लेकिन विश्व स्तर पर भी टीके की कमी है और केवल रूसी और चीनी टीका ही उपलब्ध है। इसलिए हमें यह तय करना होगा कि जब तक कि भारतीय कंपनियां अपने टीके बनाना शुरू नहीं कर देतीं, तब तक हमे कौन सी वैक्सीन खरीदनी चाहिए। Vaccination is slow as there's no or limited supply. There were supposed to be more doses available &those haven't yet become available. As companies ramp up production, vaccination will go up: Dr Gagandeep Kang, top virologist & member of SC-appointed committee on medical oxygen pic.twitter.com/y58cfiFKMI
डा. गगनदीप ने आगे कहा कि हमें यह उम्मीद करनी चाहिए कि कोरोना से होने वाली मौतें भी स्थिर होंगी और जल्द से जल्द कम होना शुरू होंगी। अगर ऐसा नहीं होता तो, तो हमारे रिपोर्टिंग सिस्टम के कुछ पहलू में समस्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह (ब्लैक फंगस) वैरिएंट से संबंधित है। यह इस तथ्य से संबंधित है कि हमारे पास कई मामले हैं, हम स्टेरॉयड का स्वतंत्र रूप से उपयोग कर रहे हैं और बहुत सारे मधुमेह रोगी हैं जो इन मामलों के लिए जोखिम कारक भी हैं।
बता दें कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 24. 30 लाख से अधिक वैक्सीन लगाई गई है, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 19.85 करोड़ को पार कर गया है। वहीं, देश में कोरोना के 1,96,427 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,69,48,874 हुई। 3,511 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 3,07,231 हो गई है।