मंद पड़ी देश में छह लाख से अधिक गांवों को डिजिटल करने की योजना, जानें किस राज्‍य के 40 हजार गांव आप्टिकल फाइबर से जुड़े

पिछले नौ महीनों में बिहार को छोड़कर अन्य किसी राज्य में इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के करीब 40000 गांवों में इंटरनेट पहुंचाने का काम कामन सर्विस सेंटरों को दिया गया था और यह पूरा भी हो गया।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:52 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:58 PM (IST)
मंद पड़ी देश में छह लाख से अधिक गांवों को डिजिटल करने की योजना, जानें किस राज्‍य के 40 हजार गांव आप्टिकल फाइबर से जुड़े
मंद पड़ी देश में छह लाख से अधिक गांवों को डिजिटल करने की योजना। फाइल फोटो।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पिछले साल 15 अगस्त को अगले हजार दिनों में देश के सभी गांवों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ने की घोषणा हुई थी, लेकिन पिछले नौ महीनों में बिहार को छोड़कर अन्य किसी राज्य में इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के करीब 40,000 गांवों में इंटरनेट पहुंचाने का काम कामन सर्विस सेंटरों को दिया गया था और यह पूरा भी हो गया।

सरकार की सभी गांवों को इंटरनेट से जोड़ने की योजना

देश में छह लाख से अधिक गांव हैं। आप्टिकल फाइबर के जरिये इंटरनेट की स्पीड मोबाइल की इंटरनेट स्पीड से अधिक होती है। इसलिए सरकार सभी पंचायतों के साथ सभी गांवों को इंटरनेट से जोड़ना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, बिहार के अलावा किसी अन्य राज्य में गांवों में इंटरनेट पहुंचाने के काम का अब तक आवंटन नहीं किया गया है। अभी यह ही तय नहीं है कि इस काम को कौन सी एजेंसी करेगी। राज्यों में सभी गांवों में इंटरनेट पहुंचाने के काम को आवंटित करने की प्रक्रिया में दो-तीन महीने लग सकते हैं।

बिहार के गांवों में ब्राडबैंड इंटरनेट सुविधा मिली

जानकारों के मुताबिक काम आवंटन के अधिकतम छह महीने में गांवों में इंटरनेट पहुंचाने का काम पूरा हो सकता है। बिहार के गांवों में ब्राडबैंड इंटरनेट सुविधा मिलने से वहां गांवों से वर्क फ्राम होम कल्चर शुरू हो गया है और गांवों के कारोबारी ई-कामर्स प्लेटफार्म से भी जुड़ रहे हैं।

क्‍या कहा था प्रधानमंत्री मोदी ने

बता दें कि 15 अगस्‍त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि गांवों में तीव्र गति वाले इंटरनेट सुविधा के लिये देश के सभी छह लाख गांवों को आप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने का काम अगले 1,000 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। साइबर सुरक्षा की चिंता के बीच उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार जल्द ही नई साइबर सुरक्षा नीति लाएगी। प्रधानमंत्री ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि वर्ष 2014 से पहले देश की सिर्फ 5 दर्जन पंचायतें ऑप्टिल फाइबर से जुड़ी थीं। पिछले पांच वर्ष में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को तीव्र इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने वाली आप्टिकल फाइबर सुविधा से जोड़ा गया है। उस वक्‍त उन्‍होंने कहा था कि आने वाले 1,000 दिनों में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का काम पूरा कर लिया जाएगा।

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