आयोग ने फर्जी मतदाताओं की खोज में घर-घर की खाक छानी, अस्पताल भी खंगाला
यहां मतदाता से मुलाकात की और डॉक्टर से मरीज के संबंध में जानकारी भी ली। ऐसे ही कई मतदाताओं की पहचान के लिए घर-घर संपर्क किया गया।
भोपाल [ जेएनएन ]। मध्यप्रदेश की चार विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची की जांच करने पहुंची चुनाव आयोग की टीम कल दिल्ली पहुंच जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार को सदस्य दिल्ली में आयोग के समक्ष सारी घटनाओं का अपडेट देंगे। उधर, मध्यप्रदेश की चार विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची की जांच करने पहुंची चुनाव आयोग की टीम ने मंगलवार को चारों विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं के घर-घर जाकर सत्यापन किया। भोपाल की नरेला विधानसभा क्षेत्र में तो एक मतदाता की तस्दीक करने के लिए टीम अस्पताल तक पहुंच गई।
यहां मतदाता से मुलाकात की और डॉक्टर से मरीज के संबंध में जानकारी भी ली। ऐसे ही कई मतदाताओं की पहचान के लिए घर-घर संपर्क किया गया। इस दौरान दोहरी प्रविष्टि वाले कई मतदाताओं के नामों में गड़बड़ी भी पाई गई। उधर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर मतदाता सूची के काम को पहली प्राथमिकता में रखने और बूथ स्तर अधिकारी के काम की निगरानी करने के निर्देश दिए।
सूत्रों के मुताबिक सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग के विधानसभा क्षेत्र नरेला के करोंद, रासलाखेड़ी, छोला थाना क्षेत्र, कस्तूरबा नगर, पलासी गांव, पारस नगर आदि स्थानों पर टीम ने जांच की। इस दौरान वास्तविक मतदाता और मतदाता परिचय पत्र धारक अलग-अलग निकले।
आयोग के संचालक सूचना प्रौद्योगिकी वीएन शुक्ला और प्रमुख सचिव सुमित मुखर्जी ने दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाताओं के घर-घर जाकर पड़ताल की। इस दौरान एक मतदाता अनिल पिता मोहनलाल के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिली तो टीम तस्दीक करने अस्पताल पहुंच गई। इसी तरह सूची में दो अन्य अनिल पिता मोहनलाल और अनिल शाक्या नाम के मतदाता थे।
ये कहीं एक ही तो नहीं थे, ये जानने के लिए टीम अनिल शाक्या और अनिल पिता प्रेमनारायण के घर गई तो दोनों अलग-अलग पाए गए। अनीता नाम की चार महिलाओं की जांच के लिए टीम प्रेमनगर छोला, रासलखेड़ी, पारस नगर और चेतक ब्रिज स्थित घरों पर गई तो सभी अलग-अलग मिले।
सूत्रों के मुताबिक अनीता पति राकेश को छोला थाने में बुलाकर पूछताछ भी की गई। ऐसा ही सेमरा, करोंद और पलासाी गांव के अजय नाम के साथ हुआ। उधर, होशंगाबाद और सिवनी मालवा पहुंची टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता सूची को खंगाला और कलेक्ट्रेट में एक घंटे बैठक की। टीम ने सिवनीमालवा रानीपुर, भरलाय, रूपादेह, रमपुरा, भिला़ि़डया, सतवासा में मतदाता सूची का भौतिक सत्यापन किया।
हालांकि, जांच दल के दौरे को लेकर काफी गोपनीयता बरती गई। टीम के साथ संलग्न अधिकारियों को भी यह नहीं बताया गया कि कहां चलना है। बताया जा रहा है कि सिवनी-मालवा में अभी तक जितनी भी मतदाता सूची की जांच की गई वो सही पाई गई। अनुविभागीय अधिकारी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारी मतदाता सूची सही है, जो नाम दोहरे हैं, उनकी जांच कर रहे हैं।
देर शाम चुनाव आयोग के संचालक आईटी वीएन शुक्ला और प्रमुख सचिव सुमित मुखर्जी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह से मुलाकात की। इस दौरान सिंह ने बताया कि हमने मतदाता सूची के शुद्धिकरण की दिशा में काफी काम कर लिया है। पिछले साल जुलाई से अब तक करीब 14 लाख अपात्रों के नाम हटाए जा चुके हैं।
जनवरी, 2018 से अब तक 6 लाख नाम हटाए गए। सूची में 5 करोड़ 1 लाख मतदाता हैं। इसके पहले उन्होंने कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मतदाता सूची के काम को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि आयोग की नजर है। जानकारी अपडेट रखें और बूथ लेवल ऑफिसर से प्रतिदिन रिपोर्ट लें और निगरानी भी करें।
इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश कुशरे सहित तकनीकी शाखा के अधिकारी बुधवार को दिल्ली जाएंगे। आयोग के सामने प्रदेश के अधिकारी चुनावी तैयारियों को लेकर प्रस्तुतिकरण भी देंगे। मतदाता सूची के कामों को लेकर भी विस्तार से बताए जाने की तैयारी की गई है। मतदाता सूची, कर्मचारियों की उपलब्धता, ईवीएम और वीवीपैट की उपलब्धता व जांच की स्थिति का ब्योरा दिया जाएगा।