मिर्च कंपाउंड से हो सकती है कैंसर सेल की मौत

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के शोधकर्ताओं की नई खोज कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए जीवनदान साबित हो सकती है। शोध से सामने आया है कि मिर्च की तीक्ष्णता के लिए जिम्मेवार कंपाउंड किस तरह प्रोस्टेट कैंसर के सेल को मारता है?

By Manoj YadavEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2015 09:29 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2015 09:30 PM (IST)
मिर्च कंपाउंड से हो सकती है कैंसर सेल की मौत

चेन्नई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के शोधकर्ताओं की नई खोज कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए जीवनदान साबित हो सकती है। शोध से सामने आया है कि मिर्च की तीक्ष्णता के लिए जिम्मेवार कंपाउंड किस तरह प्रोस्टेट कैंसर के सेल को मारता है?

शोध परिणाम बताता है कि मिर्च कंपाउंड कैप्सैसिन का इस्तेमाल प्रभावी कैंसर रोधी दवा विकसित करने में हो सकता है। मिर्च कंपाउंड को इंजेक्शन या गोली के रूप में विकसित किया जा सकता है। इस अध्ययन में शोधकर्ता अशोक कुमार मिश्र और जीतेंद्रिय स्वैन ने पाया कि कंपाउंड की ऊंची खुराक सेल मेंब्रेनों को अलग कर देता है।

करीब 10 वर्ष पहले शोधकर्ताओं ने जानकारी दी थी कि चूहे में कैप्सैसिन प्रोस्टेट कैंसर को मार सकता है जबकि दूसरे स्वस्थ सेल को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। लेकिन आगे यह भी बताया कि मनुष्यों को उतनी ही खुराक के लिए बहुत बड़ी संख्या में मिर्च खाना जरूरी होगा।

इसीलिए शोधकर्ताओं ने कैप्सैसिन के प्रभाव को गहराई से समझने का प्रयास किया। यह कदम भविष्य में नई दवा के लिए इसे काम में लाने के मकसद से उठाया गया।

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