कश्मीर में 'कोरोना बम' फोड़ने की तैयारी में आतंकी, संक्रमितों के घर में रुक कर साथ में खा रहे खाना

मेजर जनरल ए सेन गुप्ता के अनुसार जो लोग पहले से संक्रमित हैं या संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में रहे हैं। आतंकी जबरन इनके घरों में जाकर रुक रहे हैं और इनके साथ खाना खा रहे हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sat, 04 Apr 2020 10:31 PM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 01:41 AM (IST)
कश्मीर में 'कोरोना बम' फोड़ने की तैयारी में आतंकी, संक्रमितों के घर में रुक कर साथ में खा रहे खाना
कश्मीर में 'कोरोना बम' फोड़ने की तैयारी में आतंकी, संक्रमितों के घर में रुक कर साथ में खा रहे खाना

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कोरोना वायरस की आड़ में जम्मू-कश्मीर में 'कोरोना बम' की साजिश रची जा रही है। कश्मीर में सक्रिय जिहादी तत्व किसी भी समय बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसलिए सेना ने आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर जल्द मार गिराने के लिए अभियान तेज कर दिए हैं। इसके साथ ही आम लोगों को उन्हें किसी भी तरह से पनाह न देने की अपील की जा रही है। यह सनसनीखेज जानकारी दक्षिण कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों का जिम्मा संभालने वाली सेना की विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ए सेन गुप्ता ने दी है।

कोरोना का संक्रमण आतंकियों को मिला नया हथियार

कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के चार आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर करने के बाद पत्रकारों से मेजर जनरल ए सेन गुप्ता ने कहा कि आतंकियों का मकसद कश्मीर में तबाही, अफरातफरी फैलाना है। इससे ज्यादा कुछ नहीं है। इसके लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। कोरोना का संक्रमण आतंकियों व उनके आकाओं के लिए कश्मीर में नया हथियार बन सकता है। इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी। आतंकी एक जगह टिक कर नहीं बैठते। वह अपने ठिकानों को लगातार बदलते रहते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान वह बहुत से लोगों के संपर्क में आते हैं। इसलिए घाटी में सक्रिय आतंकियों में से कई आतंकियों के कोरोना के संक्रमण होने की आशंका को नहीं नकारा जा सकता।

संक्रमितों के घर में रुक रहे आतंकी

मेजर जनरल ए सेन गुप्ता के अनुसार कुछ दिनों से हमारे पास लगातार सूचनाएं आ रही हैं कि जो लोग पहले से संक्रमित हैं या संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में रहे हैं। आतंकी जबरन इनके घरों में जाकर रुक रहे हैं और इनके साथ खाना खा रहे हैं। ऐसे हालात में इन आतंकियों के जरिए घाटी में संक्रमण फैल सकता है। इसके लिए हमने रणनीति अपनाई है। सेना ने आतंकरोधी अभियान तेज करने के साथ ही पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है। आतंकियों को अपने ठिकानों से बाहर आने का मौका नहीं मिलेगा और अगर बाहर आएंगे तो मारे जाएंगे। साथ ही हम लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि वह अपने घर के आसपास किसी भी आतंकी को देखते ही तुरंत निकटवर्ती सुरक्षा चौकी को सूचित करें। अगर आतंकी उनके घर में दाखिल होकर खाना मांगते हैं या पनाह मांगते हैं तो वह इन्कार करें और उसके साथ ही सुरक्षाबलों को सूचित कर दें।

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