तेलंगाना के परिवार का दावा- पाकिस्तान से भारत लौटी गीता हो सकती है उनकी बेटी, जानें पूरा मामला
हालांकि गीता ने तेलंगाना के परिवार को पहचानने से इन्कार कर दिया। इसके बाद ये परिवार वापस अपने घर लौट गया। अब गीता 27 दिसंबर को अपने घर व परिजनों को खोजने एक बार फिर से महाराष्ट्र जाएगी।
इंदौर, जेएनएन। पाकिस्तान से भारत आई मूक-बधिर गीता, जो अपने माता-पिता की तलाश में है उससे जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। तेलंगाना के थेरापल्ली जिले से आए बोल्ली स्वामी ने पाकिस्तान से यहां आई मूक-बधिर गीता को अपनी बेटी होने होने का दावा किया है। हालांकि, गीता ने उनके द्वारा बताए गए लड़की के बचपन के फोटो और उनको पहचानने से इन्कार कर दिया। ऐसे में बोल्ली स्वामी अपने चचेरे भाई श्याम सुंदर के साथ वापस लौट गए।
दरअसल, पाकिस्तान (Pakistan) से भारत लौटी गीता (Geeta) कुछ दिनों पहले तेलंगाना (Telangana) में अपने परिवार की तलाश में आई थी। गीता ने शुक्रवार को डीआइजी कार्यालय में डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र के सामने तेलंगाना से आए भाइयों से मुलाकात की। गीता फिलहाल इंदौर में आनंद सर्विस सोसायटी में रह रही है।
सोसायटी के सचिव ज्ञानेंद्र पुरोहित के मुताबिक तेलंगाना के जिस परिवार ने गीता को अपनी बेटी बताने का दावा किया था उन्हें गीता ने नहीं पहचाना। वह परिवार मांसाहारी भोजन को भी प्राथमिकता देता है जबकि गीता ने इशारों से बताया कि उसके मां-बाप शाकाहारी थे। इसके अलावा गीता ने उनके द्वारा फोटो में बताए घर को भी पहचानने से इन्कार किया।
जिस परिवार ने दावा किया उनके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां थी जिसमें से एक बेटी गुम हो गई जिसे वो गीता बता रहे हैं। गीता का कहना है कि उसके परिवार में तीन भाई व दो बहनें थी। इस तरह तेलंगाना से आए लोगों का गीता को अपनी बेटी बताने का दावा गलत साबित हुआ। अब तक देश के करीब 40 परिवारों ने गीता को अपनी बेटी होने का दावा किया है, लेकिन उनके दावे गलत साबित हुए। तेलंगाना के दो अन्य दंपत्तियों ने भी दावा किया है, उनसे वीडियो कॉलिंग से अभी बात करवाई गई है।
27 दिसंबर को अपने घर व स्वजनों को खोजने फिर से महाराष्ट्र जाएगी गीता
गीता आनंद सर्विस सोसायटी व पुलिस के सहयोग से 12 से 18 दिसंबर को महाराष्ट्र व तेलंगाना के 10 संभावित स्थानों पर अपने घर व परिजनों की खोज में गई। अब 27 दिसंबर को गीता पुन: महाराष्ट्र जाएगी और वहां पर गंगाखेड़, पूर्णा परभणी रेलवे स्टेशन के आसपास के गांवों में अपने परिजनों व घर को तलाशेगी। ज्ञानेंद्र पुरोहित के मुताबिक गीता को वहां ले जाने में रेलवे पुलिस सहयोग कर रही है। गीता के साथ उसकी सुरक्षा व सहयोग के लिए एक महिला रेलवे पुलिसकर्मी को भेजा जाता है।