दिल्ली में बड़े अातंकी हमले की साजिश नाकाम, एक संदिग्ध गिरफ्तार; 2 फरार

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर जीआरपी ने मथुरा के पास भोपाल शताब्दी से संदिग्ध कश्मीरी आतंकी को धरदबोचा गया।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Mon, 08 Jan 2018 08:25 AM (IST) Updated:Mon, 08 Jan 2018 11:03 AM (IST)
दिल्ली में बड़े अातंकी हमले की साजिश नाकाम, एक संदिग्ध गिरफ्तार; 2 फरार
दिल्ली में बड़े अातंकी हमले की साजिश नाकाम, एक संदिग्ध गिरफ्तार; 2 फरार

नई दिल्ली/मथुरा (जेएनएन)। सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से गणतंत्र दिवस पर दिल्ली को दहलाने की साजिश नाकाम हो गई। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर जीआरपी ने मथुरा के पास भोपाल शताब्दी से संदिग्ध कश्मीरी आतंकी को धरदबोचा गया। गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी ने पूछताछ में अपने दो साथियों के दिल्ली में छिपे होने और आतंकी प्लानिंग की जानकारी भी दी।

आतंकियों के निशाने पर था अक्षरधाम मंदिर

पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसकी और उसके साथियों की साजिश गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर को निशाना बनाने की थी। पकड़े जाने के दौरान उसने भागने की पूरी कोशिश की और पूछताछ के दौरान किसी नुकीली चीज से अपने सीने पर वार कर खुद को लहूलुहान भी कर लिया।

ऐसे पकड़ में आया संदिग्ध आतंकी

जीआरपी को खुफिया एजेंसियों से एक संदिग्ध कश्मीरी आतंकी के भोपाल शताब्दी में यात्रा करने का इनपुट मिला था। रविवार सुबह 8.30 बजे ट्रेन के यहां पहुंचते ही कोच-3 से अनंतनाग जिले के गांव बिलगांव का रहने वाला बिलाल अहमद वानी को जीआरपी ने दबोच लिया। उसके पास से अपना तथा एक महिला का आधार कार्ड और एक सिम मिला है। जीआरपी थाने में आर्मी इंटेलिजेंस, इंटेलिजेंस ब्यूरो, लोकल इंटेलिजेंस, एसपी सुरक्षा सिद्धार्थ वर्मा और एटीएस ने उससे आठ घंटे पूछताछ की।


बार-बार बयान बदल रहा संदिग्ध कश्मीरी आतंकी

इस दौरान वह बार-बार अपने बयान बदलता रहा और गणतंत्र दिवस से पहले किसी घटना को अंजाम दिए जाने की प्लानिंग की भी जानकारी दी। वह अपने साथियों को उसका मास्टरमाइंड भी बता रहा था। उसने बताया कि वह दिल्ली में ड्राइविंग करता था, लेकिन फिर वहां से भाग निकला। गलत ट्रेन में बैठने के कारण वह मथुरा आ गया था। बाद में उसे एटीएस अज्ञात स्थान पर पूछताछ के लिए ले गई।

पूछताछ के दौरान खुद को किया जख्मी

पूछताछ के दौरान उसने किसी नुकीली वस्तु से अपनी छाती पर ताबड़तोड़ वार करके खुद को घायल कर लिया। इस पर पुलिस ने उसके दोनों हाथ पीछे बांध दिए। खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि वह एक जनवरी को दिल्ली आया था और उसने चार जनवरी को कनाट प्लेस से एटीएम से चालीस हजार रुपये भी निकाले थे। जीआरपी द्वारा पकड़े जाने से पहले ही ट्रेन के कोच सी-6 में टिकट कलक्टर (टीसी) द्वारा टिकट मांगने पर वह टिकट नहीं दिखा सका। इस शख्स की हरकतें टीटी को भी संदिग्ध लगी और फिर उन्होंने जीआरपी को इसके बारे में सूचना दी।

दिल्ली में होटल से भाग निकले संदिग्ध के साथी

जीआरपी के जवान कोच में घुसे और युवक को नीचे उतारने लगे तो उसने पुलिस से छूटकर भागने की कोशिश भी की। संदिग्ध युवक ने अपने दो साथियों के दिल्ली में छिपे होने की जानकारी भी दी, लेकिन उनके नाम नहीं बताए हैं। वह दिल्ली से भाग कर आने की जो कहानी बता रहा है, सुरक्षा एजेंसी अभी उस पर विश्वास कर रही हैं। सूत्रों की मानें तो संदिग्ध आतंकी की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में दो होटलों में उसके दो साथियों को पकड़ने के लिए दबिश दी। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों वहां से फरार हो गए।

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