'सुनंदा पुष्कर मामले में सोनिया गांधी से भी हो पूछताछ'

बेबाक अंदाज में सनसनीखेज रहस्यों को उजागर करने के लिए चर्चित भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि आइपीएल माफिया, वेश्या, फॉरेन एक्सचेंज और फ्रॉड लोगों का संगठन है। सुनंदा उन लोगों के बारे में खुलासा करने जा रही थी, इसीलिए उनकी जुबान बंद करने के

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Sat, 24 Jan 2015 08:43 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jan 2015 02:37 PM (IST)
'सुनंदा पुष्कर मामले में सोनिया गांधी से भी हो पूछताछ'

मेरठ। बेबाक अंदाज में सनसनीखेज रहस्यों को उजागर करने के लिए चर्चित भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की हत्या तत्कालीन रूसी तानाशाह जोसेफ स्टालिन ने अपने ही देश में कराई थी।

इस हत्या में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी सहमति थी। सुनंदा पुष्कर की मौत को हत्या बताते हुए उन्होंने जोर दिया कि इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी पूछताछ होनी चाहिए।

सुभाष जयंती पर मेरठ के पीएल शर्मा स्मारक के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पत्रकारों से बातचीत में कई रहस्योद्घाटन किए। कहा कि देश की आजादी के लिए जीवन को समर्पित करने वाले सुभाष चंद्र बोस का निधन ताइवान के विमान हादसे में नहीं हुआ था बल्कि उनकी हत्या रूस के तत्कालीन सत्ता प्रमुख जोसेफ स्टालिन ने अपने ही देश में कराई थी।

यह हत्या तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पूरी सहमति से हुई थी। उन्होंने बताया कि बोस की मौत की जांच के लिए कांग्रेस की ओर से गठित समितियां कभी ताइवान गई ही नहीं। सच्चाई यह है कि उस वर्ष 1945 में ताइवान में कहीं भी कोई हवाई दुर्घटना न तो दर्ज है और न ही बोस का नाम मृतकों की सूची में शामिल है।
उन्होंने बताया कि जवाहरलाल नेहरू के तत्कालीन स्टेनोग्राफर श्यामलाल जैन मेरठ के ही थे। उन्होंने खोसला कमीशन के सामने अपने बयान में बताया था कि स्टालिन ने संदेश भेजा था कि "सुभाष चंद्र बोस हमारे पास है, उनके साथ क्या करना है?" उन्होंने बताया था कि इस पत्र का जवाब प्रधानमंत्री नेहरू ने उनसे ही लिखवाया था। हालांकि कमीशन ने इस पर विश्र्वास न कर उनसे सबूत मांगा था।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1987 में मेरठ में हुए दंगे में हाशिमपुरा कांड में पीएसी जवानों की बजाय चिदंबरम को दोषी ठहराया जाना चाहिए। उस समय पी चिदंबरम केंद्रीय उप गृह मंत्री थे और उनके मेरठ आने के बाद ही यह वारदात हुई थी। जवानों ने तो महज आदेश का पालन किया था। उन्होंने कहा कि यदि हिदू जवानों ने ही मुस्लिमों को मारा तो आरोपी 16 जवानों में एक मुस्लिम भी है।वह मुस्लिम होकर मुस्लिमों को क्यों मारता।

सोनिया से भी हो पूछताछ

सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि आइपीएल माफिया, वेश्या, फॉरेन एक्सचेंज और फ्रॉड लोगों का संगठन है। सुनंदा उन लोगों के बारे में खुलासा करने जा रही थी, इसीलिए उनकी जुबान बंद करने के लिए उनकी हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि सुनंदा अहमद पटेल के जरिए सोनिया गांधी से मिलने की कोशिश में थी। 17 जनवरी को वह प्रेस वार्ता करना चाहती थीं, जिसमें कुछ बड़ा खुलासा होना था। गत वर्ष 16 जनवरी की रात होटल में एक गाड़ी आई थी उसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए। जरूरत पड़े तो सोनिया गांधी से भी पूछताछ होनी चाहिए। संभवत: यह गाड़ी सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल की थी।

[साभार: नई दुनिया]

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