कोलकाता की सड़क पर 'चांदी' के लिए भीड़ उमड़ी

ईद के दिन कोलकाता के शांत साल्ट लेक इलाके में खलबली मची हुई थी। सैकड़ों लोग सड़क किनारे बैठकर 'चांदी की छोटी-- छोटी गोलियां' [छर्रे] ढूंढ रहे थे। इस वजह से ट्रैफिक जाम हो गया। कुछ को ये नसीब भी हुई लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या ये गोलियां असली चांदी की हैं। मंगलवार को शहर की इस सड़क का नजारा

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jul 2014 09:02 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jul 2014 09:51 AM (IST)
कोलकाता की सड़क पर 'चांदी' के लिए भीड़ उमड़ी

कोलकाता। ईद के दिन कोलकाता के शांत साल्ट लेक इलाके में खलबली मची हुई थी। सैकड़ों लोग सड़क किनारे बैठकर 'चांदी की छोटी- छोटी गोलियां' [छर्रे] ढूंढ रहे थे। इस वजह से ट्रैफिक जाम हो गया। कुछ को ये नसीब भी हुई लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या ये गोलियां असली चांदी की हैं।

मंगलवार को शहर की इस सड़क का नजारा देखने लायक था। सड़क किनारे बैठे लोग कीचड़ में चांदी के रंग की गोलियां ढूंढने में मशगूल थे। राहगीर माजरा पूछते और वे भी अपनी किस्मत आजमाने में जुटने लगे। सड़क पर ट्रैफिक जाम के हालात बन गए और पुलिस को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा।

शहर के इंदिरा भवन [दिवंगत मुख्यमंत्री ज्योति बसु का सरकारी आवास] से लेकर सिटी सेंटर मॉल तक की सड़क पर लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही थी। जिसने की 'चांदी की गोली' शब्द सुना वह इस सड़क पर चला आया। चांदी पाने के लिए लोग कीचड़ को उलट--पुलट रहे थे। शुरू में आए कुछ लोगों को'चांदी' नसीब भी हुई और वे पत्रकारों को चांदी के रंग की गोलियां हथेली पर रखकर दिखा रहे थे।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त देबाशीष धर ने कहा कि हम खासतौर पर ट्रैफिक की स्थिति पर ही ध्यान दे रहे हैं। जब लोगों को इस 'चांदी' के बारे में एक-दूसरे से पता चला तो भीड़ बढ़ती ही चली गई। हमारी समझ से यह असली चांदी नहीं है। ये केवल चांदी के रंग की गोलियां हैं। हम इसका परीक्षण करा रहे हैं।

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