'चेन्नई एक्सप्रेस' की तलाश में सुरक्षा एजेंसियां
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए), उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (उप्र एटीएस) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) इस समय 'चेन्नई एक्सप्रेस' की तलाश में पूरी ताकत से जुटी हैं।
लखनऊ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए), उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (उप्र एटीएस) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) इस समय 'चेन्नई एक्सप्रेस' की तलाश में पूरी ताकत से जुटी हैं। चेन्नई एक्सप्रेस आइएसआइएस से जुड़े एक बड़े आतंकी का कोडवर्ड है जिसकी असली पहचान आइएस के गुर्गे भी नहीं जानते हैं। इसी कोड के जरिए आइएस के कई संदिग्ध आतंकियों को रकम मुहैया करायी गयी थी।
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कुशीनगर के सिसवा मठिया निवासी रिजवान को एनआइए और एटीएस ने 21 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उसे एक आपराधिक षड्यंत्र के मामले में मुंबई ले जाया गया। आइएस प्रमुख बगदादी समेत कई बड़े आतंकियों से इंटरनेट के जरिए सीधे जुड़े रिजवान से एजेंसियों ने लंबी पूछताछ की थी। उसे बाद में रिमांड पर भी लिया गया। रिजवान ने तमिलनाडु से एक आइडी कार्ड बनवाया था। 'चेन्नई एक्सप्रेस' कोड के जरिए एक आतंकी ने उसे एक लाख रुपये से अधिक की रकम दी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने चेन्नई एक्सप्रेस की पड़ताल शुरू की तो यह बात सामने आयी कि देश भर में पकड़े गये कई आतंकियों को इसी कोड के जरिए रकम मुहैया करायी गयी।
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