केदारघाटी में फिर से होगी शवों की तलाश

जंगलचट्टी के आसपास के जंगलों में शनिवार को आठ और मानव कंकाल बरामद हुए। हालिया दिनों में इन्हें मिलाकर 26 कंकाल मिल चुके हैं। डीएनए लेने के बाद इन सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इधर, आपदा के एक साल बाद केदारघाटी में मानव कंकाल मिलने का सिलसिला जारी होते देख राज्य सरकार भी हरकत में आई है। तय हुआ

By Edited By: Publish:Sat, 14 Jun 2014 10:33 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jun 2014 07:17 AM (IST)
केदारघाटी में फिर से  होगी शवों की तलाश

देहरादून। जंगलचट्टी के आसपास के जंगलों में शनिवार को आठ और मानव कंकाल बरामद हुए। हालिया दिनों में इन्हें मिलाकर 26 कंकाल मिल चुके हैं। डीएनए लेने के बाद इन सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इधर, आपदा के एक साल बाद केदारघाटी में मानव कंकाल मिलने का सिलसिला जारी होते देख राज्य सरकार भी हरकत में आई है। तय हुआ कि लापता लोगों की तलाश में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक केदारघाटी में फिर से सर्च अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। महानिरीक्षक संजय गुंज्याल इसके प्रभारी बनाए गए हैं। टीम अगले 20 दिनों तक सर्च अभियान चलाएगी।

शुक्रवार देर शाम जंगलचट्टी के जंगलों में दर्जनभर मानव कंकाल मिलने के बाद पुलिस यहां सर्च में जुटी है। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने बताया कि शनिवार को इसी क्षेत्र में आठ और कंकाल मिले हैं। सभी का डीएनए सुरक्षित रख लिया गया है, खोजबीन जारी है।

गौरतलब है कि गत वर्ष 16 व 17 जून को केदारघाटी में आई आपदा में सैकड़ों लोग मारे गए, जबकि हजारों लापता हो गए थे। तब इनकी तलाश में केदारनाथ की आसपास की पहाड़ियों पर अभियान चलाया गया। उस दौरान पुलिस ने तकरीबन 350 शव खोजकर उनका दाह संस्कार किया था। आपदा के एक वर्ष बाद जंगलचट्टी के आसपास मानव कंकाल मिलने से सरकार की सक्रियता भी बढ़ गई।

मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने बताया कि केदारघाटी में लापता लोगों की खोजबीन के लिए फिर से अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए आइटीबीपी, स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों की साझा टास्क फोर्स गठित की गई है। अगले 20 दिनों तक यह टीम सर्च अभियान चलाएगी। इस दौरान मिलने वाले कंकालों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनके डीएनए सैंपल लेने को कहा गया है। उनके पास से मिलने वाले पहचान चिह्न भी सुरक्षित रखे जाएंगे, ताकि इस आधार पर उनके परिजन शिनाख्त कर सकें।

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