‘पद्मावत’ पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 25 जनवरी को ही होगी रिलीज

‘पद्मावत’ की राह के रुकावटों को दूर करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फिल्‍म की रिलीज के लिए 25 जनवरी की तारीख सुनिश्‍चित कर दिया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 18 Jan 2018 12:25 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jan 2018 03:00 PM (IST)
‘पद्मावत’ पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 25 जनवरी को ही होगी रिलीज
‘पद्मावत’ पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 25 जनवरी को ही होगी रिलीज

नई दिल्‍ली (प्रेट्र)। काफी हंगामे के बाद आखिरकार 'पद्मावती' से 'पद्मावत' हुई फिल्‍म को रिलीज के लिए अनुमति मिली है। संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्‍म ‘पद्मावत’ पर गुरुवार को अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने रिलीज की तारीख 25 जनवरी मुकर्रर कर दी है। कोर्ट ने चार राज्‍यों में फिल्‍म पर लगे प्रतिबंध को खारिज कर दिया है।

वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रसन्‍नता जाहिर की। वहीं हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍यमंत्री अनिल विज ने कहा, 'हमारे पक्ष को सुने बिना सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया। सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम है इसलिए हम इस फैसले का पालन करेंगे। साथ ही इसके खिलाफ हम याचिका डालने पर विचार करेंगे।' 

फैसले से क्रोधित राजपूत करणी सेना
मध्‍यप्रदेश के उज्‍जैन में राजपूत करणी सेना चीफ लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा, 'पूरे देश के सामाजिक संगठनों से अपील करूंगा पद्मावती नहीं चलनी चाहिए। फिल्‍म हॉल पर जनता कर्फ्यू लगा दे।'

फिल्‍म रिलीज होगी तो देश टूटेगा

भाजपा नेता सूरज पाल एमू ने फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, 'आज सुप्रीम कोर्ट ने लाखों-करोड़ लोगों, लाखों-करोड़ हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जो कोर्ट का सम्‍मान करते हैं। हमारा संघर्ष जारी रहेगा चाहे मुझे फांसी लगा दो! ये फिल्‍म रिलीज होगी तो देश टूटेगा।'

जहां पद्मावत चलेगा वो सिनेमाघर जलेगा

विरोध कर रहे एक प्रदर्शनकारी ने कोर्ट के फैसले पर क्रोध जाहिर करते हुए कहा, 'ये अंतिम चेतावन8ी है उसको इस बार खामियाजा भुगतना पड़ेगा। महारानी पद्मावती हमारी आन बान शान की प्रतीक है और अगर छत्‍तीसगढ़ में फिल्‍म लगी तो इसका खामियाजा भुगतना होगा। जहां पद्मावत चलेगा वो सिनेमाघर जलेगा।'

राजपूत समुदाय के सदस्‍यों ने राज्‍य गृह मंत्री रामसेवक पैकारा के पास मेमोरेंडम सौंपा है। मेमोरेंडम में फिल्‍म के राज्‍य में रिलीज होने पर बैन लगाने की मांग की गयी है। साथ ही फिल्‍म दिखाने वाले सिनेमाघरों को जलाने की धमकी भी है। इसमें कहा गया है, 'कोई बदलाव स्‍वीकार्य नहीं है। हम पूर्ण प्रतिबंध चाहते हैं।'

बता दें कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और हरियाणा सरकार ने बैन लगा दिया था। फिल्म निर्माताओं की ओर से इस मामले को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए.एम. खानविलकर और जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ देख रही थी।

‘पद्मावती’ से ‘पद्मावत’ तक का मामला

मकर संक्रांति के दिन 'पद्मावती' आधिकारिक रूप से 'पद्मावत' हो गयी। सोशल मीडिया के जरिए नए नाम और नये पोस्टर जारी करके इस बात की घोषणा कर दी गयी। निर्माताओं का कहना है कि फिल्‍म सूफी कवि मलिक मुहम्मद जायसी की रचना पद्मावत पर आधारित है। पद्मावत को सेंसर बोर्ड ने यूए सर्टिफिकेट देने के साथ टाइटल 'पद्मावती' से 'पद्मावत' करने को कहा था।

लेकिन फिल्म के प्रमोशन में इसके मुख्य कलाकार दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर नजर नहीं आ रहे हैं। इसके पीछे यह भी संभावना जतायी जा रही है कि इतने विवाद के बाद फिल्म की टीम ने फैसला किया कि फिल्म का प्रमोशन अधिक नहीं किया जाएगा। एक और वजह यह भी बताई जा रही है कि चूंकि इस फिल्म के प्रमोशन का समय टलता गया जिसकी वजह से सभी कलाकार व्यस्त हो गये हैं।

इससे पहले राजस्‍थानी की मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को इसी फिल्म को लेकर एक पत्र भी लिखा था। इसमें आग्रह किया था कि पद्मावती फिल्म तब तक रिलीज न हो जब तक इसमें आवश्यक बदलाव नहीं कर दिए जाए, ताकि किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।

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