आरएसएस और बजरंग दल हैं सांप्रदायिक ताकतें: गोगोई

असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा है कि आरएसएस और बजरंग दल उग्रवादी संगठन तो नहीं हैं, लेकिन वे सांप्रदायिक ताकतें हैं। उनके मुताबिक दोनों संगठन असम में शांति भंग करना चाहते हैं। गोगोई ने कहा कि वह कुछ मीडिया रिपोर्टो के विपरीत आरएसएस और बजरंग दल की युनाइटेड लिबरेशन

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2015 07:35 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2015 09:07 PM (IST)
आरएसएस और बजरंग दल हैं सांप्रदायिक ताकतें: गोगोई

गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा है कि आरएसएस और बजरंग दल उग्रवादी संगठन तो नहीं हैं, लेकिन वे सांप्रदायिक ताकतें हैं। उनके मुताबिक दोनों संगठन असम में शांति भंग करना चाहते हैं।

गोगोई ने कहा कि वह कुछ मीडिया रिपोर्टो के विपरीत आरएसएस और बजरंग दल की युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) जैसे उग्रवादी संगठनों से तुलना नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों सांप्रदायिक ताकतों की विपक्षी ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआइयूडीएफ) के साथ मूक सहमति हुई है।

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